ऑक्सीजन गैस आपूर्ति को लेकर दिल्ली, यूपी और हरियाणा में आरोप-प्रत्यारोप जारी; केजरीवाल बोले, अगर हम बंट गए तो नहीं बचेगा भारत

चिरौरी न्यूज़

नई दिल्ली: कोरोना मरीजों के लिए ऑक्सीजन की कमी और इसकी आपूर्ति को लेकर दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश सरकार में आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है। उत्तर प्रदेश दिल्ली पर आरोप लगा रहा है, तो दिल्ली हरियाणा पर और हरियाणा ने दिल्ली पर ऑक्सीजन चुराने का आरोप लगा दिया है। नतीजा सरकारों की इस आपसी खींचतान में कोरोना के मरीजों को ऑक्सीजन मिलने में देरी होने की शिकायतें भी सामने आ रही है।

उत्तर प्रदेश ने आरोप लगाते हुए कहा है कि दिल्ली द्वारा अपने हिस्से ज्यादा की ऑक्सीजन लेने की वजह से सूबे के अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत हो गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल से ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलाने को लेकर बातचीत की है। उन्होंने कहा कि दिल्ली को ज्यादा ऑक्सीजन दी गयी है, जिससे उत्तर प्रदेश में संकट पैदा हो गया है।

दिल्ली में हरियाणा पर आरोप लगाते हुए कहा कि हरियाणा के अधिकारी ने ऑक्सीजन की आपूर्ति रोक दी। दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया का आरोप है कि हरियाणा सरकार के एक अधिकारी ने फरीदाबाद के एक प्लांट से दिल्ली के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति रोक दी।

वहीँ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने कहा है कि, “केंद्र सरकार ऑक्सीजन का कोटा तय करती है। दिल्ली में ऑक्सीजन नहीं बनती है, सारी ऑक्सीजन बाहर के राज्यों से आती है। ऑक्सीजन की कंपनियां जिन राज्यों में हैं, उनमें से कुछ राज्य सरकारों ने उन कंपनियों से दिल्ली के कोटे की ऑक्सीजन भेजनी रोक दी। राज्यों ने कहा कि दिल्ली का कोटा भी हम इस्तेमाल करेंगे, दिल्ली के ट्रक नहीं जाने देंगे। मैं केंद्र सरकार और दिल्ली हाईकोर्ट का शुक्रिया करना चाहता हूं, पिछले दो-तीन दिन में उन्होंने हमारी बहुत मदद की है जिसकी वजह से अब ऑक्सीजन दिल्ली पहुंचने लगी है।”

केजरीवाल ने आगे कहा, “हमारा ऑक्सीजन का जो कोटा बढ़ा है, उसमें काफी ऑक्सीजन ओडिशा से आनी है। बढ़े हुए कोटे की ऑक्सीजन को दिल्ली पहुंचने में कुछ दिन लग जाएंगे, हम कोशिश कर रहे हैं कि हवाईजहाज से ऑक्सीजन लाई जा सके। ये बहुत बड़ी आपदा है, अगर इसमें हम हरियाणा, पंजाब, तमिलनाडु, गुजरात, पश्चिम बंगाल में बंट गए तो भारत नहीं बचेगा, इस वक्त हमें एक-दूसरे की मदद करनी है। अगर दिल्ली में जरूरत से ज्यादा ऑक्सीजन होगी तो हम दूसरे राज्यों को देंगे।”

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