अनुब्रत मंडल और उनकी बेटी की कंपनी की सीबीआई करेगी जांच: सूत्र

Pre-poll IT raids on Akhilesh's colleagues, not a copy of Congress policies?चिरौरी न्यूज़

नई दिल्ली: तृणमूल कांग्रेस के नेता अनुब्रत मंडल की बेटी सुकन्या मंडल की दो कंपनियों ने बड़ी मात्रा में ऋण दिया, जिसका कोई लेखा-जोखा नहीं हैं। साथ ही पशु तस्करी घोटाले की आय को अलग-अलग रास्ते पर ले जाने के लिए एक महत्वपूर्ण तरीका अपनाया गया।

मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जांच कर रहा है। एएनएम एग्रोकेम फूड्स प्राइवेट लिमिटेड और नीर डेवलपर प्राइवेट लिमिटेड के खातों की जांच की गई। सीबीआई के अधिकारियों ने पाया कि इन दोनों कंपनियों ने लगभग 7 करोड़ रुपये की बड़ी मात्रा में ऋण दिया।

एनएम एग्रोकेम की ऋण राशि लगभग 4.5 करोड़ रुपये थी, जबकि नीर डेवलपर की 2.4 करोड़ रुपये है। अधिकारी के मुताबिक, जांच की शुरूआत के बाद से हमें संदेह था कि ये कंपनियां अवैध तरीके से एकत्र किए गए धन को अलग-अलग रास्ते पर ले जाने के इरादे से बनाई गई अवैध कंपनियां थीं। अब, ऐसा लगता है कि यह चैनलाइजिंग कार्य असुरक्षित ऋणों की आड़ में किया गया था। सीबीआई ने अपने स्टेटमेंट में कहा, “यह भी संभव है कि अवैध पशु व्यापार के विभिन्न लाभार्थियों को कमीशन के रूप में भुगतान किया गया धन खातों की किताबों में असुरक्षित ऋण के रूप में दिखाया गया हो।”

सूत्रों ने बताया कि सुकन्या मंडल से पूछताछ के लिए सीबीआई के चार अधिकारियों की एक टीम बुधवार दोपहर बोलपुर स्थित उनके पैतृक आवास पर पहुंची। हालांकि, उन्होंने इस मामले में उनके सवालों का जवाब देने से इनकार कर दिया।

सीबीआई पहले ही आसनसोल में एक विशेष अदालत से संपर्क कर चुकी है, जिसके अधिकार क्षेत्र में बीरभूम जिला आता है। हालांकि, बुधवार को पशु तस्करी मामले की सुनवाई कर रही संबंधित पीठ के जज हाजिर नहीं हुए। सीबीआई के अधिकारियों ने संबंधित दस्तावेज अदालत को सौंपे हैं, ताकि मामले की जल्द से जल्द सुनवाई हो सके।

एक बार जब सीबीआई को इस मामले में अदालत का आदेश मिल जाता है, तो सुकन्या मंडल के पास दो विकल्प होंगे- पहला सीबीआई के सामने पेश होना और सवालों के जवाब देना, या अपने पिता की तरह गिरफ्तारी का सामना करना, जो कि मामले के आरोप में सीबीआई की हिरासत में हैं।

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