बिहार में अग्निपथ योजना का विरोध जारी, कई जगहों पर यातायात बाधित
चिरौरी न्यूज़
पटना: केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना अग्निपथ का विरोध बिहार के कई जिलों में जारी है। बक्सर जहानाबाद सहित कई जगहों पर छात्र इस योजना के विरोध में रेलवे ट्रैक और सड़कों पर उतरे और हंगामा किया। छात्रों के विरोध के कारण कई जगहों पर यातायात बाधित रही।
सेना में भर्ती के लिए लाई गई ‘अग्निपथ योजना’ के विरोध में बिहार के जहानाबाद, बक्सर में छात्रों ने बवाल किया है। वहां छात्रों ने सड़कों को जाम किया और आगजनी की।
बता दें कि अग्निपथ योजना के तहत इंडियन आर्मी, नेवी और एयरफोर्स में सैनिकों की 4 साल के लिए भर्ती होगी। आर्मी में सैनिक (जवान), नेवी में नाविक और एयरफोर्स में एयरमैन की जो भर्ती है, वो भर्तियां अब इस योजना के तहत होंगी। जो सैनिक भर्ती होंगे, उन्हें अग्निवीर नाम दिया जाएगा। 4 साल के बाद 75 फीसदी सैनिकों को घर भेज दिया जाएगा। शेष 25 फीसदी अग्निवीरों को स्थायी जवान नियुक्त किया जाएगा। इसकी प्रक्रिया तय की जाएगी जिसमें ‘अग्निवीर‘ स्थायी होने के लिए आवेदन देंगे।
छात्र इसी के विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है की इस से सेना में नौकरी पाने वाले युवकों को कठिनाई होगी और जो छात्र चार साल के बाद सेना से निकाल दिए जायेंगे उनके लिए सरकार की क्या योजना होगी ये स्पष्ट नहीं किया गया है ।
जहानाबाद में छात्र रेलवे स्टेशन पर पहुंचे और रेल पटरी पर प्रदर्शन किए। हालांकि पुलिस ने छात्रों को खदेड़ दिया। नवादा, आरा, अरवल में भी छात्र सड़कों पर उतरे और केंद्र सरकार के विरोध में नारे लगाते हुए उग्र प्रदर्शन किया। नवादा में प्रदर्शनकारी छात्रों ने कई वाहनों को भी निशाना बनाया।
इससे पहले बुधवार को भी बक्सर, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय में भी विरोध हुआ था। छात्र सेना में चार साल की भर्ती वाली इस योजना से नाराज हैं। छात्रों का कहना है कि चार साल की नौकरी के बाद 25 प्रतिशत छात्रों को तो नौकरी मिल जाएगी लेकिन 75 फीसदी लोग बेरोजगार हो जायेंगे।
उल्लेखनीय है कि कई राज्यों ने पुलिस भर्ती में अग्निवीरों को प्राथमिकता देने की घोषणा की है। कई विभागों ने भी इन लोगों की प्राथमिकता देने की घोषणा की है। गौरतलब है कि सरकार ने सेना भर्ती में पुरानी प्रक्रिया को बदलते हुए अग्निपथ योजना की शुरूआत की है, जिसमे चार साल के लिए युवाओं की भर्ती होगी।