रक्षा क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने की 7 नई रक्षा कंपनियों की शुरुआत
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: भारत को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज सात नई रक्षा कंपनियों की शुरुआत की है। उन्होंने 7 नई कंपनियों की शुरुआत करते हुए कहा कि भारत को रक्षा क्षेत्र में विदेशी कंपनियों पर निर्भरता कम करने और अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए ये एक कोशिश है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि समय के साथ भारत अपनी रक्षा क्षेत्र में जरूरतों को पूरा करने के लिए विदेशों पर निर्भर होता चला गया। समय के हिसाब से कंपनियों को अपग्रेड नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि 41 ऑर्डिनेन्स फैक्ट्रीज़ को नए स्वरूप में किए जाने का निर्णय, 7 नई कंपनियों की ये शुरुआत, देश की इसी संकल्प यात्रा का हिस्सा हैं। ये निर्णय पिछले 15-20 साल से लटका हुआ था। पीएम ने कहा कि मुझे पूरा भरोसा है कि ये सभी सात कंपनियां आने वाले समय में भारत की सैन्य ताकत का एक बड़ा आधार बनेंगी।
बता दें कि केंद्र सरकार की ओर से जिन सात नई रक्षा कंपनियां बनाई गई हैं, उनमें म्यूनिशंस इंडिया लिमिटेड, आर्म्ड वीकल्स निगम लिमिटेड, अडवांस्ड वेपन्स एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड शामिल हैं। इनके अलावा ट्रूप्स कम्फर्ट्स लिमिटेड, यंत्र इंडिया लिमिटेड, इंडिया ऑप्टेल लिमिटेड और ग्लाइडर्स इंडिया लिमिटेड शामिल हैं।
सरकार का मानना है कि इससे मेक इन इंडिया को बढ़ावा मिलेगा और रक्षा संसाधनों के मामले में देश आत्मनिर्भर हो सकेगा।
पीएम मोदी ने कहा कि विश्व युद्ध के समय भारत की ऑर्डिनेन्स फैक्ट्रीज़ का दम-खम दुनिया ने देखा है। हमारे पास बेहतर संसाधन होते थे, वर्ल्ड क्लास स्किल होता था। आज़ादी के बाद हमें जरूरत थी इन फैक्ट्रीज़ को अपग्रेड करने की, न्यू एज टेक्नोलॉजी को अपनाने की! लेकिन इस पर बहुत ध्यान नहीं दिया गया।
पीएम मोदी ने कहा कि आज़ादी के बाद पहली बार हमारे डिफेंस सेक्टर में इतने बड़े बदलाव हो रहे हैं, अटकाने-लटकाने वाली नीतियों की जगह सिंगल विंडो सिस्टम की व्यवस्था की गई है।
उन्होंने कहा कि कुछ समय पहले ही रक्षा मंत्रालय ने ऐसे 100 से ज्यादा सामरिक उपकरणों की लिस्ट जारी की थी जिन्हें अब बाहर से आयात नहीं किया जाएगा। इन नई कंपनियों के लिए भी देश ने अभी से ही 65 हजार करोड़ रुपए के ऑर्डर्स प्लेस किए हैं। ये हमारी डिफेंस इंडस्ट्री में देश के विश्वास को दिखाता है।
इस से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने विजयदशमी के मौके पर गुजरात के सूरत में बालिकाओं के लिए हॉस्टल्स के निर्माण के लिए आधारशिला रखते हुए भूमिपूजन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि भगवान राम का नाम लेने से अज्ञान मिटता है। इस मौके पर उन्होंने सरदार वल्लभ भाई पटेल समेत उन महापुरुषों को याद किया, जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में अपनी अहम भूमिका निभाई।
उन्होंने कहा कि सौराष्ट्र पटेल सेवा समाज द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में आज हॉस्टल के फेज 1 का भूमिपूजन हुआ। साल 2024 तक दोनों फेज के काम को पूरा कर लिया जाएगा। आपके इन प्रयासों के द्वारा कई युवाओं को अपने सपने साकार करने का अवसर मिलेगा। मैं सौराष्ट्र पटेल सेवा समाज को बधाई देता हूं।