75वें स्वतंत्रता दिवस पर लालकिले से प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, भारत बदल रहा है

चिरौरी न्यूज़

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज भारत के 75वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए कहा कि, भारत अब बदल रहा है। देश के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों के मुद्दे, कोरोना महामारी, टीकाकरण की रफ्तार, सरकारी योजनाओं, नॉर्थ ईस्ट में कनेक्टिविटी, इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण समेत कई मुद्दों पर अपने विचार रखे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आर्टिकल 370 हटाना, जीएसटी लाना, फौजियों के लिए वन पेंशन, अयोध्या का शांतिपूर्वक समाधान यह पिछले कुछ समय में देखा गया। ओबीसी कमीशन को संवैधानिक दर्जा, जम्मू कश्मीर में पहली बार BDC चुनाव भारत की संकल्प शक्ति बताता है। भारत में रिकॉर्ड विदेशी निवेश आ रहे है। सर्जिकल, एयर स्ट्राइक से दुश्मनों को नए भारत का संदेश देने का काम किया। यह बताता है कि भारत बदल रहा, भारत कठिन से कठिन फैसले भी ले सकता है, भारत झिझकता नहीं है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि, सरकार अपनी अलग-अलग योजनाओं के तहत जो चावल गरीबों को देती है, उसे फोर्टिफाई करेगी, गरीबों को पोषणयुक्त चावल देगी। राशन की दुकान पर मिलने वाला चावल हो, मिड डे मील में मिलने वाला चावल हो, 2024 तक हर योजना के माध्यम से मिलने वाला चावल फोर्टिफाई कर दिया जाएगा।

प्रधानमंत्री ने 14 अगस्त को भारत को बांटकर पाकिस्तान बनाए जाने के बारे में कहा कि, हम आजादी का जश्न मनाते हैं, लेकिन बंटवारे का दर्द आज भी हिंदुस्तान के सीने को छलनी करता है। यह पिछली शताब्दी की सबसे बड़ी त्रासदी में से एक है। कल ही देश ने भावुक निर्णय लिया है। अब से 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में याद किया जाएगा।

मोदी ने उत्तर पूर्व के राज्यों में कनेक्टिविटी के बारे में कहा कि, जल्द ही नॉर्थ ईस्ट के सभी राज्यों की राजधानियों को रेलसेवा से जोड़ने का काम पूरा होने वाला है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे कई गुजारिश मिलीं कि बेटियां भी सैनिक स्कूल में पढ़ना चाहती हैं। दो-ढाई साल पहले मिजोरम के सैनिक स्कूल में प्रयोग के तौर पर बेटियों को एडमिशन देने का निर्णय लिया गया था। अब देश के सभी सैनिक स्कूलों में बेटियों का भी एडमिशन हो सकेगा। इन्हें बेटियों के लिए खोलने का काम किया जाएगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मेडिकल शिक्षा में जरूरी बड़े सुधार भी किए गए हैं। प्रिवेंटिव हेल्थ केयर पर भी उतना ही ध्यान दिया गया है। साथ साथ देश में मेडिकल सीटों में भी काफी बढ़ोतरी करने का काम किया गया।

अपने 88 मिनट के भाषण में प्रधानमंत्री ने तक़रीबन सभी क्षेत्रों के बारे में बातें की। उन्होंने ओलंपिक्स में पदक जीतनेवाले खिलाड़ियों की चर्चा की सतत ही जिन्होंने मेडल नहीं जीता उनकी भी हौसलाअफजाई की।

प्रधानमंत्री ने अपने पहले दिए गए नारे सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास में एक और बातें जोड़ते हुए कहा कि हमें खुद को बदलना होगा। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और अब सबका प्रयास, लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए बहुत जरूरी है।

 

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