प्रियंका गांधी एक बार फ़िर योगी सरकार पर हुई हमलावर
शिवानी रज़वारिया
उत्तर प्रदेश सरकार समूह ‘ख’ व समूह ‘ग’ की नौकरियों में पांच वर्ष के लिए संविदा निर्धारित करने की योजना बना रही है जिसके लिए सारी तैयारियां भी शुरू की जा चुकी हैं। समूह ‘ख’ व समूह ‘ग’ में इस बदलाव को लेकर कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने योगी सरकार को निशाने पर लिया है।
मंगलवार को उन्होंने ट्वीट कर कहा कि, संविदा यानी नौकरियों से सम्मान विदा। उन्होंने इसे युवा अनादर कानून करार दिया है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने पहले भी इस प्रकार के कानून पर अपने तीखे बयान दिए है। प्रियंका गाँधी ने पूछा कि इस सिस्टम को लाने का लक्ष्य क्या है? सरकार युवाओं की चोट पर मरहम न लगाकर दर्द बढ़ाने की रणनीति ला रही हैं।
दरअसल, उत्तर प्रदेश सरकार ग्रुप बी और ग्रुप सी के कर्मचारियों को 5 साल के लिए संविदा के आधार पर नियुक्त कर सकती है। इन 5 सालों में सरकारी सेवकों को सरकारी सेवाओं संबंधित लाभ नहीं मिलेंगे। सिर्फ इतना ही नहीं जानकारी के मुताबिक संविदा के कर्मचारियों द्वारा संविदा के समय अंतराल में किए गए कार्य की जांच कड़ाई से की जाएगी और इसी के आधार पर उन्हें आगे के लिए चयनित किया जाएगा।
प्रदेश सरकार द्वारा 5 वर्ष संविदा भर्ती के विचार से मौलिक नीति की कार्यवाही से समूह ख और समूह ग की पूरी भर्ती प्रक्रिया ही बदल जाएगी। नई व्यवस्था के अनुसार 5 सालों में इनका छमाही मूल्यांकन भी किया जाएगा। जिस में प्रतिवर्ष 60% से कम अंक पाने वाले इस सेवा से बाहर हो जाएंगे।
कोरोना का सामना करने में प्रदेश सरकार सबसे आगे खड़ी है। पर पूरे देश में रोज़गार का संकट समान रूप से बना हुआ है।युवा नौकरियां ना मिलने पर, चारों तरफ खुद को बेरोज़गारी से घिरा देख रहें हैं।अपने विरोध की गाज़ सरकार पर गिरा रहें हैं।ऐसे में देश के सबसे बड़े राज्य की सरकार का यह कदम कितना सही साबित होगा।
गौरतलब है कि प्रदेश सरकार के इस कदम पर विपक्ष हमलावर तो होगा ही पर इसका असर युवाओं पर किस तरह पड़ेगा यह भी सोच का विषय है। जहां 2 साल का प्रोबेशन बढ़कर 5 साल होने की कोशिश की जा रही हैं। सवाल और इंतजार अब यही है कि युवाओं की इस पर क्या प्रतिक्रियाएं होंगी। क्या सरकार की नई नीति संपूर्ण रूप से सफल होगी?