दिल्ली में वेश्यावृति रैकेट का भंडाफोड़, पुलिस ने दस विदेशी महिलाओं को चंगुल से छुड़ाया
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: मानव तस्करों के एक गिरोह द्वारा चलाए जा रहे राष्ट्रीय राजधानी में एक बड़े वेश्यावृत्ति रैकेट का दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने भंडाफोड़ किया है और 10 विदेशी महिलाओं को उनके चंगुल से छुड़ाया है, पुलिस ने शनिवार को कहा। पुलिस ने रैकेट में शामिल पांच लोगों को भी गिरफ्तार किया है और उनकी पहचान मोहम्मद अरूप (31), चंदे साहिनी उर्फ राजू (30), अली शेर तिलदादेव (48) और तुर्कमेन नागरिक अजीजा जुमायेवा और मेरेदोब अहमद के रूप में हुई है।
पुलिस उपायुक्त, अपराध शाखा, विचित्र वीर सिंह ने कहा कि आरोपी लोग विदेशी महिलाओं को यौनकर्मी के रूप में काम करने के लिए लुभाते थे और उन्हें उज्बेकिस्तान के विभिन्न क्षेत्रों से भारत लाकर वेश्यावृत्ति में शामिल करते थे।
उन्होंने कहा, ‘गुप्त सूचना मिलने पर एक पुलिस कांस्टेबल को फर्जी ग्राहक के तौर पर भेजा गया और एक अन्य कर्मी को छाया गवाह के तौर पर तैनात किया गया और वास्तविक पहचान छिपाकर एजेंटों से संपर्क किया गया। उन्होंने कहा कि तय रकम पर सौदा तय होने पर फर्जी ग्राहक को मालवीय नगर के एक पते पर भेजा गया, जहां एजेंट अरूप और साहनी ने 10 विदेशी महिलाओं को पेड सेक्स के लिए चुना। इसके बाद पुलिस ने छापेमारी कर दोनों एजेंटों को मौके से दबोच लिया।
अधिकारी ने कहा, “सभी विदेशियों को भारत में रहने के लिए अपना वैध वीजा और पासपोर्ट पेश करने के लिए कहा गया था, लेकिन वे कोई भी पेश करने में विफल रहे।” लगातार पूछताछ करने पर पता चला कि जुमायेवा और उसका पति मेरेदोब अहमद इस रैकेट के सरगना थे। एक अन्य आरोपी अली शेर विदेशी महिला को भारत में अच्छी नौकरी दिलाने का झांसा देता था और यहां आने के बाद उसने उन्हें दंपत्ति को सौंप दिया।
अधिकारी के मुताबिक उक्त परिसर को जुमायेवा के एक एजेंट ने किराए पर लिया था और अभी भी फरार है।