गुरुग्राम में डिस्पेंसरी के लिए चिन्हित जमीन पर तहसील का ऑफिस खोलने का हुआ विरोध

चिरौरी न्यूज़

नई दिल्ली: कोरोना महामारी में जब लोग एक हॉस्पिटल से दूसरे हॉस्पिटल इलाज़ के लिए दौड़ लगा रहे हैं तब अगर कोई सरकार हॉस्पिटल के लिए दी गई जमीन पर तहसील का ऑफिस खोलने की इजाजत दे तो इसे सरकार का दुर्भाग्यपूर्ण फैसला ही कहा जाएगा।

हरियाणा सरकार ने गुरुग्राम के सुशांत लोक इलाके में डिस्पेंसरी के लिए चिन्हित जमीन को वज़ीराबाद तहसील का ऑफिस बनाने के लिए दे दिया। अब इस फैसले पर क्षेत्र के निवासियों ने रोष प्रकट किया है।

सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता रीना सिंह ने इस मुद्दे को लेकर हरियाणा सरकार के उछ अधिकारीयों को पत्र लिखा है। हालांकि पत्र का जवाब नहीं आया है लेकिन अधिकारीयों के तरफ से कहा गया है कि इस मामले में उचित कारवाई की जायेगी।

रीना सिंह ने कहा कि, “गुरुग्राम के सुशांत लोक 2 और 3  में 5000 से अधिक परिवारों के सांविधानिक अधिकारों का हनन हुआ है , वर्तमान में स्थित वज़ीराबाद तहसील की जमीन वास्तव में डिस्पेंसरी के लिए चिन्हित थी। मार्च 2020 में देश भर में महामारी कानून लगने के बाद  डिस्पेंसरी के लिए चिन्हित खाली प्लाट पर तहसील का निर्माण किया गया। सुशांत लोक का इलाका प्राइवेट डेवलपर अंसल द्वारा बसाया गया है। 90 के दशक में अंसल द्वारा किसानो से खरीदी हुई जमीनों में से यह भी एक है जिसे डिस्पेंसरी के लिए चिन्हित किया गया था। इस जमीन पर डिस्पेंसरी बनाने के लिए हरियाणा सरकार ने इस जमीन को अंसल से अपने पास हस्तांतरण करवा लिया।“

उन्होंने सरकार से पूछा कि, “देश भर में मार्च 2020 में आपदा प्रबंधन एक्ट तथा महामारी प्रबंधन कानून लगा दिया गया, ऐसे समय में जब पूरा विश्व कोरोना महामारी से झूझ रहा था तब उस विपत्ति के समय में प्रदेश सरकार ने डिस्पेंसरी की जमीन पर तहसील का निर्माण कैसे करवाया।“

उन्होंने कहा कि, “अगर हम सरकारी चिकित्सा की बात करें तो हम पाएंगे की प्रदेश में यह व्यवस्था चरमराई हुई है। महामारी की दूसरी वेव के समय जरुरत पर ऑक्सीजन तथा जरुरी आपातकालीन चिकित्सा मदद न मिल पाने के कारण अनगिनत लोगों ने अपनी जान गवाई है।  समय पर बेहतर चिकित्सा का प्रबंध हर नागरिक का सांविधानिक अधिकार है, सरकार को इस बारे में सोचना चाहिए।”

सर्वोच्च न्यायालय की अधिवक्ता रीना सिंह ने प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल जी, अंसल कंपनी तथा प्रशासन को पत्र लिख कर इस जमीन को डिस्पेंसरी के लिए प्रयोग करने की प्रार्थना की है।

Rina Singh letter to authorities

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