उत्तर प्रदेश में कर्मकांड पर टैक्स लगाए जाने का पुरोहित महासभा ने किया विरोध
चिरौरी न्यूज़
लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के सभी प्रमुख तीर्थ स्थलों पर पंडितों द्वारा कराए जा रहे कर्मकांड पर टैक्स लगाए जाने का अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा ने कड़ा विरोध किया है। पुरोहित महासभा ने कहा है कि सरकार का यह निर्णय पुरोहितों के खिलाफ है और इसका हम विरोध करेंगे। अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा के राष्ट्रीय महासचिव चंद्रनाथ चकहा मधु ने कहा है कि कर्मकांड पर टैक्स लगाए जाने के खिलाफ मरते दम तक लड़ाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि, “कर्मकांड आस्था का प्रतीक है और यात्री हजारों किलोमीटर दूर से आकर तीर्थ स्थल पर अपने पुरोहितों के माध्यम से धार्मिक कार्य संपन्न कराते हैं। राज्य सरकार का टैक्स लगाने का निर्णय सरासर अन्यायपूर्ण है।”
महासभा के वरिष्ठ सदस्य श्रवण कुमार शर्मा ने कहा कि अंग्रेजों और मुगलों के शासन में भी कभी इस तरह से कर्मकांड पर कोई टैक्स नहीं लगाया गया जबकि हिंदुओं के हित की बात करने वाली यह सरकार हिंदुओं के कर्मकांड पर टैक्स लगा रही है। महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अमित राज वैध ने बताया कि वाराणसी के सभी प्रमुख घाटों पर जहां तीर्थ पुरोहित अपने यात्रियों के कर्मकांड कराते हैं, वहां नगर निगम के माध्यम से टैक्स वसूलने का महासभा विरोध करती है।