हेमंत सोरेन के बयान पर सुशील मोदी ने लालू यादव से पूछे सवाल, कहा भोजपुरी मगही पर स्पष्ट करें अपना रुख
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: बिहार की भाषा भोजपुरी और मगही को लेकर झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के द्वारा दिए गए बयानों पर अब राजनीति गरमाने लगी है। भारतीय जनता पार्टी ने झारखण्ड के मुख्यमंत्री के बयान पर नाराजगी जताई है। बिहार बीजेपी के नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी आज ट्वीट कर हेमंत सोरेन के बयान पर लालू प्रसाद यादव से सवाल पूछा है।
उन्होंने कहा है कि, “झारखंड सरकार के मुखिया हेमंत सोरेन ने मगही-भोजपुरी के विरुद्ध बोलकर जो भाषाई असहिष्णुता प्रकट की, वह एक संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति के लिए सर्वथा अनुचित, अशोभनीय और निंदनीय है। ऐसी शर्मनाक टिप्पणी के लिए हिंदी दिवस को चुनना बिहार और सभी हिंदी प्रेमियों का अपमान है। भोजपुरी बोलकर वोट लेने वाले लालू प्रसाद बताएं कि क्या वे हेमंत सोरेन के बयान का समर्थन करते हैं? सोरेन सरकार में शामिल कांग्रेस और राजद को भाषा के सवाल पर अपना रुख साफ करना चाहिए।”
सुशील मोदी ने आगे लिखा, “संयुक्त राष्ट्र जैसे वैश्विक मंच पर सबसे पहले अटल बिहारी वाजपेयी ने हिंदी में भाषण किया और वर्ष 2014 से भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सभी अन्तरराष्ट्रीय मंचों पर हिंदी में संवाद कर राष्ट्रभाषा का मान बढ़ा रहे हैं। बिहार पहला राज्य है, जिसने सभी भाषाओं-बोलियों को साथ लेकर चलने वाली हिंदी को आधिकारिक राजभाषा के रूप में स्वीकार किया।”
कुछ दिन पहले हेमंत सोरेन ने कहा था कि भोजपुरी और मगही बोलने वाले दबंग प्रवृति के होते हैं और झारखण्ड के आन्दोलन में इन दोनों भाषाओं कोई लेना-देना नहीं है। ये बिहार की भाषाएं हैं। उनके इस बयान का बीजेपी ने ने विरोध किया है और कहा है कि सोरेन ने ऐसा बयान देकर बिहार का अपमान किया है। अब सुशील मोदी इसी पर लालू यादव और कांग्रेस पार्टी का रुख पूछ रहे हैं।