वाधवानी एडवांटेज ने ऑटोमोटिव और औद्योगिक वर्गों को खासतौर से समर्पित एक्सीलरेशन प्रोग्राम शुरू किया

चिरौरी न्यूज़

नई दिल्ली: भारतीय वाहन निर्माता कंपनियां जब कोविड-19 संकट से उबर रही हैं तो उनकी आंतरिक क्षमताएं जैसे वॉलेट शेयर में सुधार, नए ग्राहक बनाने, जोरदार उत्पाद विकास, निर्माण क्षमता को अधिकतम करना मुक्त नकद प्रवाह तैयार करना और कर्मचारियों के कौशल बेहतर करने के लिए एक अच्छी प्रतिभा चक्र प्रबंध व्यवस्था ऐसी चुनौतियों में है जिसका सामना उद्योग कर रहा है।

वाधवानी एडवांटेज के नए एक्सीलेरेशन प्रोग्राम का लक्ष्य इन चुनौतियों का सामना करना और कारोबारी उद्यमियों के लिए ऐसे समाधान पेश करना है जो ‘डू-इट-योरसेल्फ’ (डीआईवाई या खुद करें) डिसकवरी और बिजनेस सोल्यूशन किट तथा कृत्रिम बुद्धिमत्ता वाले ऑटोमेटेड लॉजिक और पर्सनलाइज्ड हस्तक्षेप के उपयोग से अन्य ज्ञान संसाधनों के जरिए विकास की उनकी संभावनाओं को अधिकत्तम करे। लक्ष्य किसी व्यावसायिक अपेक्षा के बिना कारोबारी इकोसिस्टम को मजबूत करना है। आवेदन करने के इच्छुक कारोबार इस लिंक के जरिए ऐसा कर सकते हैं :

http://bit.ly/WAProgramApplication-MarketingCampaign

वाधवानी एडवांटेज की पेशकशें उच्च गुणवत्ता वाले हस्तक्षेप हैं जो कोई पैसे नहीं लेते। क्यूरेटेड सलाहकार बहुत कम पैसों में यह काम करेंगे या आवश्यकता पड़ने पर सफलता आधारित शुल्क लेंगे ताकि कारोबारों को बदलाव की उनकी यात्रा पूरी करने में सहायता कर सकें और वाधवाणी एडवांटेज द्वारा प्रमाणित किए जा सकें। शासन करने और प्रभाव छोड़ने में यह कार्यक्रम एक अग्रणी भूमिका निभाता है और विकास व रोजगार के परिणाम द्रुत नतीजों के रूप में देता है।

वाधवानी एडवांटेज ने अपना स्वामित्व वाला वाधवानी इंडेक्स और स्कोरिंग सिस्टम पेश किया है जो प्रदर्शन सुधार के लक्ष्य तय करेगा। स्वामित्व वाले ऑटोमेटेड डिसकवरी टूल को इस तरह डिजाइन किया जाता है कि कारोबार को प्रदर्शन की माप के लिए सशक्त किया जाए और यह 27 प्रमुख प्रदर्शन संकेतकों के आधार पर हो तथा पूर्व की सात तिमाहियों के दौरान तथा भविष्य में इनमें से आठ सबसे महत्वपूर्ण हों। इन कंपनियों को उद्योग के मानकों से तुलना करने की भी अनुमति रहती है। प्रोग्राम के साथ जो प्रतिबद्ध कंसलटैंट जोड़े गए हैं वे कारोबारों को इस टूल का उपयोग करने और ऑटो कंपोनेंट कंपनियों को उद्योग में अग्रणी स्थिति हासिल करने की चाहत रखने में सहायता करेंगे।

एडवांटेज प्रोग्राम ने प्रत्येक संकेतक के लिए दसियों परिदृश्य तैयार किए हैं और ऑटोमेटेड बुद्धिमत्ता तथा तर्क का उपयोग किया है ताकि उपयुक्त बदलाव परियोजना की सिफारिश की जा सके जिससे छोटे कारोबारों को बदलाव और अपने विकास को गति देने के लिए आजमाना चाहिए।

इस पेशकश के बारे में बताते हुए वाधवानी एडवांटेज और वाधवानी फाउंडेशन के एक्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट समीर साठे ने कहा, “इस प्रोग्राम के जरिए हम स्वामियों, सर्वोच्च प्रबंधन और प्रमुख कामकाजी मुखियाओं के सशक्तिकरण का लक्ष्य रखते हैं ताकि डाटा के उपयोग से अच्छे कारोबारी निर्णय ले सकें। कामयाबी और बने रहने के लिए यह एक महत्वपूर्ण क्षमता है। अच्छी तरह जुड़े हमारे उत्साही कंसलटैंट उद्यमियों और कार्यात्मक प्रमुखों की की सहायता करते हैं ताकि औद्योगिक शक्ति वाले इस टूल का उपयोग अपने लाभ के लिए कर सकें और अपना प्रदर्शन अधिकत्तम करें और मिलकर अपने संगठन को उद्योग में चुनौती देने वाला या लीडर बनने में सहायता करें।  यह हमारी अहम पेशकश है जो 300 मानव वर्ष के व्यावहारिक जमीनी अनुभव, बाकायदा जांचे गए एलगोरिद्म ऑटोमेटेड इनसाइट्स से समर्थित है। इसके साथ इस बात का गहरा अहसास है कि छोटे कारोबारों को बने रहने और बढ़ने से संबंधित निर्णय लेने के लिए डाटा का उपयोग करने की आवश्यकता होती है।”

उन्होंने आगे कहा, “इसके अलावा अपने प्रोग्राम मैनेजमेंट ऑफिस सपोर्ट के जरिए हम ऑटो कंपनियों को साथी और बाजार ऐक्सेस नेटवर्क्स की पेशकश करते हैं और सलाहकारों तथा कोच से संपर्क करते हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि जब वे चुनौतियों से निपट रहे हों और जरूरत पड़ जाए तो हम उन्हें हाथ से पकड़ कर रखे हों।”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *