वनडे विश्व कप के लिए 50 दिन की उल्टी गिनती शुरू, हरमनप्रीत, स्मृति और जेमिमा ने जताई पूरी तैयारी
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर, उपकप्तान स्मृति मंधाना और स्टार बल्लेबाज जेमिमा रोड्रिग्स को अच्छी तरह से मालूम है कि आईसीसी महिला वनडे विश्व कप जैसी बड़ी प्रतियोगिताओं में उम्मीदें और सपने कई बार कठिनाइयों से टकरा जाते हैं। 2017 के संस्करण में फाइनल हारने और 2022 में पांचवें स्थान पर रहने के बाद, इस बार 2025 विश्व कप को लेकर टीम बड़ी-बड़ी बातें नहीं कर रही, लेकिन खिलाड़ियों में अपने प्रदर्शन को लेकर पूरा आत्मविश्वास है।
भारत और श्रीलंका की मेज़बानी में होने वाले इस टूर्नामेंट में भारतीय टीम घरेलू दर्शकों के सामने खेलेगी। हालांकि यह चौथी बार होगा जब भारत इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट की मेजबानी करेगा, लेकिन खिलाड़ी मानते हैं कि इस बार हालात पहले से काफी अलग हैं और क्रिकेट के मैदान से लेकर मैदान के बाहर तक काफी कुछ बदल चुका है।
2017 के संस्करण में इंग्लैंड से मिली हार के बावजूद जिस तरह से भारतीय टीम का स्वागत हुआ, उसने देश में महिला क्रिकेट को एक नई पहचान दी। इसके बाद महिला प्रीमियर लीग (WPL) की शुरुआत ने इस खेल को और ऊंचाई दी। इस बार जब विश्व कप के मैच बेंगलुरु, गुवाहाटी, विशाखापत्तनम, इंदौर और श्रीलंका के कोलंबो में खेले जाएंगे, तो बड़ी संख्या में दर्शकों की मौजूदगी की उम्मीद है।
हरमनप्रीत कौर और स्मृति मंधाना दोनों ने घरेलू दर्शकों से मिलने वाले समर्थन को सबसे बड़ी ताकत बताया। हरमनप्रीत ने कहा कि घरेलू मैदान पर खेलना हमेशा खास होता है और इस बार वे पूरी जान लगाकर खेलेंगी। वहीं स्मृति ने कहा कि उन्हें भरोसा है कि दर्शक बड़ी संख्या में मैदान में आएंगे और उनका समर्थन टीम के लिए अमूल्य होगा। उन्होंने वादा किया कि पूरी टीम दिल और जान लगाकर खेलेगी ताकि देश को गौरव का क्षण मिल सके।
हरमनप्रीत ने 2017 विश्व कप सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी 171 रनों की विस्फोटक पारी को याद करते हुए कहा कि वह पारी उनके लिए और पूरे महिला क्रिकेट के लिए बेहद खास थी। उन्होंने बताया कि उस समय वह सोशल मीडिया से दूर थीं और उन्हें इस बात का एहसास नहीं था कि भारत लौटने पर लोगों का इतना जबरदस्त स्वागत मिलेगा। उन्होंने कहा कि भले ही टीम खिताब नहीं जीत सकी थी, लेकिन देश ने जिस तरह उनका स्वागत किया, वह उनके जीवन का एक खास अनुभव था।
जेमिमा रोड्रिग्स ने भी 2017 विश्व कप की यादें साझा कीं, लेकिन दर्शक के रूप में। उन्होंने बताया कि वह मुंबई अंडर-18 टीम के साथ सुबह 5:30 बजे एयरपोर्ट पहुंची थीं, जहां उन्होंने थकी हुई और निराश टीम को देखा, जो शायद सोच रही थी कि कोई उन्हें देखने नहीं आएगा। लेकिन वहां मीडिया और प्रशंसकों की भीड़ देखकर खिलाड़ियों को यकीन हुआ कि देश ने उन्हें सम्मान दिया है।
जेमिमा के लिए यह पहला वनडे विश्व कप होगा और वह इसे लेकर बेहद उत्साहित हैं। हरमनप्रीत, स्मृति और जेमिमा तीनों ने हाल ही में इंग्लैंड में टी20 और वनडे दोनों सीरीज जीतने से मिले आत्मविश्वास की बात कही। हरमनप्रीत ने कहा कि टीम ने उस दौरे की तैयारी बहुत पहले से कर रखी थी और उन्हें जीत की उम्मीद थी। उन्होंने बताया कि टीम ने अपनी रणनीति सरल रखी और हर खिलाड़ी ने अपने अनुभव के बल पर टीम के लिए योगदान दिया।
विश्व कप की तैयारियां जल्द ही शुरू होंगी और ट्रॉफी को दिल्ली और मुंबई के अलावा सभी मैच स्थलों पर ले जाया जाएगा। खास बात यह है कि पहली बार आईसीसी ट्रॉफी को कुछ स्कूलों में भी ले जाएगी ताकि युवा पीढ़ी को इस टूर्नामेंट का एहसास कराया जा सके और भविष्य के सितारों को प्रेरणा मिल सके।