60 चीनी सैनिक मारे गए थे गलवान घाटी में, अमेरिकी अखबार न्यूज़ वीक का दावा  

Indian Army will use emergency purchase powers to counter China, will buy weapons worth Rs 7,300 croreचिरौरी न्यूज़

नई दिल्ली: अमेरिकी अखबार न्यूजवीक लद्दाख घटी में हुए भारत चीन की खुनी संघर्ष पर आज एक बड़ा खुलासा किया है। अगर न्यूज़वीक की रिपोर्ट की मने तो गलवान घाटी में हुई झड़प में चीन के करीब 60 सैनिक मारे गए थे। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारतीय सेना चीन की सैनिकों पर बहुत ही भारी पड़ी थी।

रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि गलवान घाटी के बाद से चीनी सैनिकों में खौफ है। भारतीय सेना पीएलए पर भारी पड़ी थी। गलवान में हुए एक्शन के बाद चीन खौफ और अचम्भे में है। जानकारी के मुताबिक ब्लैक टॉप और हेल्मेट टॉप के आस-पास चीन अपनी गतिविधियां बढ़ा रहा है। सेटेलाइट तस्वीरों में चीनी कैंप दिखाई दे रहे हैं।

रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारतीय सेना की सक्रियता और कई ऊंची चोटियों पर भारतीय सेना के नियंत्रण के बाद से चीन की चिंता बढ़ गयी है। बता दें कि गलवान घटी इलाके में फिंगर-4 में मौजूद चीनी सैनिकों पर लगातार नजर रखने के भारतीय सेना की अतिरिक्त टुकड़ियों को भेजा गया है, जिस से चीन की नापाक हरकतों का मुंहतोड़ जबाव दिया जा सके।

पैंगोंग झील के उत्तरी किनारे पर फिंगर-4 से फिंगर-8 तक के इलाकों में चीनी सैनिक मौजूद हैं, लेकिन कई ऊंची चोटियों पर भारतीय सेना के नियंत्रण के बाद चीन की चिंता बढ़ रही है। फिंगर-4 से फिंगर-8 तक के इलाकों को लेकर चीन का अड़ियल रवैय्या  ही शांति वार्ता में बाधक है, जबकि भारत का स्पष्ट कहना है कि जबतक चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा से अपने सैनिकों को वापस नहीं लेता भारत की सेना भी पीछे हटने के लिए तैयार नहीं है। कमांडर स्तर की बातचीत में चीन ने दावा किया कि उसने 1999 में फिंगर 8 से फिंगर 5 तक सड़कें बनायीं थी, इसीलिए ये इलाका उसका है, जबकि भारत ने ऐसे किसी भी दावे को नकार दिया है। भारत का आरोप है कि चीन ने फिंगर 5 तक कैंप बनाकर वास्तविक नियंत्रण रेखा के स्टेटस-को बदलने की कोशिश की है।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *