पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी को हरानेवाले लाभ सिंह की माँ जारी रखना चाहती है स्वीपर का काम
चिरौरी न्यूज़
चंडीगढ़: राजनीति की विसात अच्छे अच्छे को चारों खाने चित कर देती है। ये कहावत तब चरितार्थ हुई जब पंजाब के भदौर विधानसभा क्षेत्र से मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को आम आदमी पार्टी के एक सामान्य गरीब परिवार का लड़का लाभ सिंह उगोके ने भारी अंतर से हरा दिया।
(पंजाब आम आदमी पार्टी से चुनाव लड़ रहे लाभ सिंह एक आम घर का लड़का है जिनका परिवार आभी भी मजदूरी कर के अपना घर चलता है। लाभ सिंह एक मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान में काम करता है, जबकि उनके पिता एक मजदूर हैं और उनकी मां एक सरकारी स्कूल में सफाई कर्मचारी हैं।
बावजूद इसके मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से 37000 से ज्यादा की बढ़त के साथ भदौर की जनता ने विधानसभा चुनाव में उन्हें जिताया है। बेटा के विधायक बनने के बाद भी मेहनत-मजदूरी करने की पहल उनका परिवार आज भी दे रहा है। लाभ की माँ बलदेव कौर सफाई सेवकों के रूप में अपने कर्तव्यों का पालन करने के लिए अपनी दैनिक दिनचर्या के रूप में सरकारी स्कूल में आई और इस काम को जारी रखना चाहती है।
लाभ की मां बलदेव कौर ने चिरौरी न्यूज़ को बताया कि उनका परिवार मेहनत-मजदूरी कर घर चला रहा है। बड़ी मुश्किलों के दिनों को सहकर उन्होंने अपने बेटे को पढ़ाया, लिखा और बड़ा किया। आज जब उनका बेटा विधायक बन गया है तो वह इस बात से बेहद खुश हैं।
उन्होंने कहा कि भले ही लाभ के लिए मुकाबला मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के साथ था, लेकिन उन्हें पहले दिन से ही यकीन था कि लाभ बड़ी बढ़त के साथ जीतेगा। उन्होंने कहा कि मेरा बेटा भले ही विधायक बन गया हो लेकिन इसके बावजूद वह अपनी ड्यूटी करती रहेंगी।
उन्होंने कहा कि वह सफाई सेवकों के रूप में काम करेंगी और इसी आय से अपना घर चलाएंगे।
उन्होंने कहा कि लोगों को मेरे बेटे लाभ सिंह से काफी उम्मीदें हैं। लाभ गरीबों के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा के लिए अच्छा काम करेगा।
स्कूल की प्रिंसिपल अमृतपाल कौर ने बताया कि लाभ सिंह की मां काफी समय से इस स्कूल में स्वीपर का काम कर रही हैं। लाभ भी इसी स्कूल का छात्र रहा है। उन्होंने विधायक बनकर अपने गांव और स्कूल का नाम रोशन किया है, जिससे उन्हें खुशी है। उन्होंने कहा कि लाभ की माता का यह अच्छा विचार है कि वह अपनी मेहनत को जारी रखना चाहती हैं।