भारत के 76वें गणतंत्र दिवस पर कर्तव्य पथ पर भव्य प्रदर्शन, भारतीय सैन्य शक्ति और सांस्कृतिक धरोहर की झलक

Grand display on the path of duty on the 76th Republic Day of India, a glimpse of Indian military power and cultural heritageचिरौरी न्यूज

नई दिल्ली, 26 जनवरी 2025: कर्तव्य पथ पर आज भारत के 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर भारतीय सैन्य शक्ति का शानदार प्रदर्शन हुआ। इस कार्यक्रम में टैंक, मिसाइल, रॉकेट लांचर, युद्धक विमान, निगरानी उपकरण, और घातक हथियार प्रणालियाँ शामिल थीं, साथ ही भारतीय सांस्कृतिक धरोहर की भी एक अद्वितीय झलक देखने को मिली।

इस भव्य परेड में भारतीय सेना की विभिन्न मार्चिंग टुकड़ियों, भारतीय सशस्त्र बलों और सहयोगी सेवाओं के जवानों ने भाग लिया। इंडोनेशियाई राष्ट्रीय सशस्त्र बलों की एक मार्चिंग टुकड़ी और इंडोनेशियाई सैन्य अकादमी की सैन्य बैंड ने भी इस आयोजन में भाग लिया। इंडोनेशियाई टुकड़ी में 152 सदस्य और सैन्य बैंड में 190 सदस्य थे।

भारतीय सेना के T-90 टैंक (भीष्म), NAG मिसाइल सिस्टम, BMP-2 सारथ, ब्रह्मोस, पिनाका मल्टी-लॉन्चर रॉकेट सिस्टम, अग्निबाण मल्टी-बैरल रॉकेट लांचर, आकाश वेपन सिस्टम, इंटीग्रेटेड बैटलग्राउंड सर्विलांस सिस्टम, ऑल-टेरेन व्हीकल (चेतक), लाइट स्पेशलिस्ट व्हीकल (बजरंग), वाहन माउंटेड इन्फेंट्री मोर्टार सिस्टम (एरावत) और अन्य अत्याधुनिक सैन्य उपकरणों का प्रदर्शन किया गया।

परेड की शुरुआत 61 कैवेलरी के Mounted Column से हुई, जो दुनिया की अकेली सक्रिय घुड़सवार सेना रेजिमेंट है। इसके बाद, नौ मेकानाइज्ड कॉलम और नौ मार्चिंग टुकड़ियाँ प्रदर्शित की गईं।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कर्तव्य पथ से 76वें गणतंत्र दिवस का आयोजन किया और संविधान की 75वीं वर्षगांठ तथा जन भागीदारी पर विशेष ध्यान दिया। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रभोवो सुबियांतो ने इस वर्ष के गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की।

समारोह की शुरुआत 300 सांस्कृतिक कलाकारों द्वारा ‘सारे जहां से अच्छा’ की धुन पर प्रदर्शन से हुई, जो भारत के विविध सांस्कृतिक धरोहर की गूंज बन गई।

यह गणतंत्र दिवस परेड भारतीय सैन्य शक्ति, गौरव और सांस्कृतिक समृद्धि का बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत करती है।

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