अमेरिकी सैन्य हमले में यमेन में 24 हुती आतंकी मारे गए, ट्रंप ने दी गंभीर चेतावनी

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा शनिवार को यमन के ईरान समर्थित हुती विद्रोहियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर सैन्य हमले किए गए, जिसमें कम से कम 24 लोग मारे गए। यह हमला लाल सागर में शिपिंग पर हुती हमलों के जवाब में किया गया था। ट्रंप ने चेतावनी दी कि अगर हुती अपनी गतिविधियाँ नहीं रोकते, तो उन्हें गंभीर परिणामों का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा, “उन पर ऐसा कहर टूटेगा, जैसा आपने पहले कभी नहीं देखा होगा!”
ट्रंप ने ईरान को भी चेतावनी दी, जो हौथियों का मुख्य समर्थक है। उन्होंने कहा, “अगर अमेरिका को कोई खतरा हुआ, तो इसके गंभीर परिणाम होंगे, अमेरिका आपको पूरी तरह से जिम्मेदार ठहराएगा, और हम इस पर नरमी नहीं बरतेंगे!”
“सभी हुती आतंकवादियों को, तुम्हारा समय खत्म हो चुका है, और तुम्हारे हमले आज से बंद होने चाहिए। अगर तुम नहीं रुके, तो तुम पर ऐसा कहर टूटेगा, जैसा तुमने कभी नहीं देखा!” ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर पोस्ट किया।
ये हमले ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद से मध्य पूर्व में अमेरिका की सबसे बड़ी सैन्य कार्रवाई मानी जा रही है। ये हमले उस समय हो रहे हैं जब अमेरिका ने ईरान पर दबाव बढ़ाने के लिए परमाणु वार्ता की कोशिशों के तहत ईरान के खिलाफ प्रतिबंधों को बढ़ा दिया है।
अमेरिकी हमलों में यमन की राजधानी साना में कम से कम 13 नागरिकों की मौत हो गई और 11 अन्य लोगों की मौत सादा प्रांत में हुई। इन हमलों में करीब 23 लोग घायल हो गए। हुती नेताओं ने इन हमलों को “युद्ध अपराध” करार दिया है।
हमले को लेकर हुती राजनीतिक ब्यूरो ने कहा, “हमारी यमनी सशस्त्र सेनाएं किसी भी वृद्धि का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।”
अमेरिकी हमले हार्री एस ट्रूमैन विमानवाहक पोत से किए गए, जो लाल सागर में तैनात है। अमेरिकी सेनाओं के मध्य पूर्व में तैनात कमांड ने इसे यमन में बड़े पैमाने पर ऑपरेशन की शुरुआत बताया है।
रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने एक पोस्ट में लिखा, “हुती द्वारा अमेरिकी जहाजों, विमानों और हमारे सैनिकों पर हमले को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, और उनके समर्थक ईरान को भी चेतावनी दी जाती है।”
