नेशनल हेराल्ड केस: भाजपा ने खोला नेहरू-पटेल पत्राचार का पिटारा, कांग्रेस पर जमकर साधा निशाना

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: नेशनल हेराल्ड मामले में गांधी परिवार के खिलाफ ईडी की चार्जशीट को लेकर कांग्रेस द्वारा साजिश का रोना रोने के बीच, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को पलटवार करते हुए देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और सरदार वल्लभभाई पटेल के बीच हुए पत्राचार को सार्वजनिक किया।
भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान नेहरू और पटेल के बीच लिखे गए पत्रों को साझा किया, जिनमें सरदार पटेल ने एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) की फंडिंग पर चिंता जताई थी।
त्रिवेदी ने बताया कि पटेल ने नेहरू को पत्र लिखकर चेतावनी दी थी कि “सरकारी गतिविधियों से जुड़े लोगों से सहायता लेना आलोचना को जन्म दे सकता है”, लेकिन नेहरू ने इसे खारिज करते हुए कहा था कि “कभी-कभी हमें चैरिटेबल फंड्स से योगदान प्राप्त होते हैं, क्या इन्हें परिस्थितियों के अनुसार स्वीकार या अस्वीकार नहीं किया जा सकता?”
उन्होंने आगे कहा कि पटेल ने दोबारा ‘गैर-चैरिटेबल लेन-देन’ पर चिंता जताई थी, लेकिन नेहरू ने उसे भी नजरअंदाज कर दिया। नेहरू ने लिखा था – “असल में, नेशनल हेराल्ड एक अच्छा व्यावसायिक प्रस्ताव है और इसकी प्रेफरेंस शेयर और डिबेंचर्स खराब निवेश नहीं हैं।”
भाजपा सांसद ने कांग्रेस के ‘राजनीतिक बदले’ और ‘विच-हंट’ के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि यह मामला एजेएल के उस सौदे से जुड़ा है जिसमें ‘बेचने वाला और खरीदने वाला एक ही संस्था के सदस्य थे।’
उन्होंने कहा कि एजेएल द्वारा नेशनल हेराल्ड, नवजीवन और कौमी आवाज़ जैसे तीन अखबार प्रकाशित किए जाते थे, लेकिन कांग्रेस सत्ता में रहने के बावजूद उन्हें जारी नहीं रख सकी।
त्रिवेदी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रभानु गुप्ता का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने भी एक बार तीखा तंज कसते हुए कहा था कि “नेशनल हेराल्ड गांधी परिवार की निजी संपत्ति नहीं है।”
भाजपा का यह हमला ऐसे समय पर आया है जब कांग्रेस गांधी परिवार के खिलाफ की गई कार्रवाई को सियासी साजिश बता रही है।