नेहा भसीन ने साझा की अपनी हीलिंग जर्नी: “5 महीनों तक किया ट्रॉमा, दवाइयों और हार्मोनल इम्बैलेंस से डिटॉक्स”
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: सिंगर नेहा भसीन ने अपने जीवन की एक बेहद व्यक्तिगत और भावनात्मक यात्रा को साझा करते हुए बताया कि उन्होंने पिछले 5 महीनों में अपने शरीर को दवाइयों, हार्मोनल असंतुलन और गहरे भावनात्मक घावों से डिटॉक्स किया है।
शुक्रवार को नेहा ने अपनी कुछ तस्वीरें शेयर करते हुए एक लंबा नोट लिखा, जिसमें उन्होंने शारीरिक ही नहीं, मानसिक और आत्मिक रूप से खुद को दोबारा गढ़ने की कहानी को बेबाकी से साझा किया।
‘जग घूमेया’ और ‘स्वैग से स्वागत’ जैसी हिट गानों की गायिका ने लिखा, “आप मेरे शरीर को देख सकते हैं जिसे मैंने दोबारा बनाया है, लेकिन मेरा मन नहीं देख सकते। क्योंकि मैंने सिर्फ शरीर ही नहीं, अपना मन और आत्मा भी दोबारा जीवित की है। मैंने अपनी कोशिकाओं को सिखाया कि कैसे बीमारी से लड़ना है — चाहे वह शरीर की हो, मन की हो या समाज की। दुनिया सपनों को कुचलने वालों से भरी है, और अक्सर वही लोग जिन पर आप भरोसा करते हैं, आपके भले की जगह आपको अपने जैसा बनाना चाहते हैं।”
नेहा ने बताया कि कैसे अतीत की दर्दनाक यादें, विश्वासघात, और आंतरिक घाव उनके अवचेतन मन में घर कर चुके थे, जो शारीरिक रूप से बीमारियों और असंतुलन के रूप में सामने आने लगे थे।
“मेरा अवचेतन बीमार था। मैंने 5 महीनों तक दवाइयों, हार्मोन्स, ट्रॉमा और अतीत की तकलीफों से अपने शरीर को मुक्त करने के लिए संघर्ष किया। मेरा मन बार-बार डर दोहराता रहा, मुझे एंग्जायटी में जकड़ता रहा। लेकिन मैंने उसका सामना किया। मैं अपने भूतों से मिली, और उन्हें स्वीकार किया। और ये सिर्फ शुरुआत है… To be continued,” उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा।
वर्कफ्रंट की बात करें तो नेहा भसीन ने ‘हीरिये, ‘दिन शगना, ‘लौंग गवाचा’ जैसे गीतों से लोगों के दिलों में खास जगह बनाई है। उनकी आवाज़ न सिर्फ संगीतमय है, बल्कि अब उनकी कहानी भी लाखों लोगों के लिए प्रेरणा बन सकती है।