ऐडन मार्करम की शतक से इतिहास के करीब दक्षिण अफ्रीका, कोच अश्वेल प्रिंस ने किया तकनीकी बदलाव का खुलासा
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल 2025 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार शतक लगाने वाले दक्षिण अफ्रीका के सलामी बल्लेबाज ऐडन मार्करम ने इतिहास रच दिया है। वह किसी भी ICC टूर्नामेंट के फाइनल में दक्षिण अफ्रीका की ओर से शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बन गए हैं। मार्करम तीसरे दिन के खेल की समाप्ति तक 102* रन बनाकर नाबाद रहे, और उन्होंने अपनी इस पारी में 11 चौके लगाए।
दक्षिण अफ्रीका अब जीत से केवल 69 रन दूर है और क्रिकेट इतिहास में 25 साल बाद एक और ICC खिताब जीतने के बेहद करीब है। इस बीच, टीम के बल्लेबाजी कोच अश्वेल प्रिंस ने खुलासा किया कि मार्करम ने इस बड़े मुकाबले से पहले एक छोटा लेकिन अहम तकनीकी सुधार किया था, जिसका उन्हें अब पूरा फायदा मिल रहा है।
“वो हमेशा बड़े मौकों के खिलाड़ी रहे हैं” – अश्वेल प्रिंस
प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रिंस ने कहा, “हमें पता था कि वो बड़े मैचों के खिलाड़ी हैं। उन्होंने हाल ही में थोड़ी तकनीकी मेहनत की है। दरअसल, उनकी आदत बन गई थी कि वो अपने हाथों को शरीर से दूर ले जाकर बल्ले से गेंद को काटने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन ये कोई बड़ा सुधार नहीं था – जब उन्होंने खुद के कुछ वीडियो देखे तो तुरंत समझ गए और उसे सुधार लिया।”
न्यूलैंड्स में शतक की भी दिलाई याद
प्रिंस ने 2024 में भारत के खिलाफ केपटाउन टेस्ट की भी याद दिलाई, जहां मार्करम ने मात्र दो दिन में खत्म हुए मैच में बेहद मुश्किल पिच पर 106 रन की पारी खेली थी, जबकि दोनों टीमों के बाकी बल्लेबाज 50 रन के अंदर आउट हो गए थे।
“न्यूलैंड्स की वो पारी भी बताती है कि वो कितनी बड़ी क्षमताओं वाले बल्लेबाज हैं। ऐसी पिच पर जहां बाकी खिलाड़ी संघर्ष कर रहे थे, उन्होंने वहां भी शतक लगाया। इससे पता चलता है कि वो मुश्किल हालात में कैसे प्रदर्शन करते हैं।”
बवूमा के साथ शतकीय साझेदारी, इतिहास से बस एक कदम दूर
मार्करम को कप्तान टेम्बा बवूमा (65*) का शानदार साथ मिला, दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 143 रनों की नाबाद साझेदारी की। तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक दक्षिण अफ्रीका का स्कोर 213/2 था और उसे जीत के लिए अब सिर्फ 69 रनों की जरूरत है।
दक्षिण अफ्रीका ने आखिरी बार 1998 में हंसी क्रोनिए की कप्तानी में ICC चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी। अब टेम्बा बवूमा के पास मौका है कि वह चौथे दिन टीम को ऐतिहासिक जीत दिलाकर अपना नाम दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज कराएं।