रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ऑपरेशन सिंदूर आतंक के खिलाफ नए भारत की सख्त चेतावनी
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के उधमपुर स्थित उत्तरी कमान में सैनिकों से बातचीत करते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकियों और उनके सरपरस्तों को एक स्पष्ट संदेश दिया है कि नया भारत अब आतंकवाद का शिकार नहीं बनेगा, बल्कि शक्ति और रणनीति से जवाब देगा।
उन्होंने भारतीय सशस्त्र बलों और खुफिया एजेंसियों की सटीकता, समन्वय और साहस की सराहना की, जिनके चलते पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंक के ठिकानों को सफलतापूर्वक तबाह किया गया। रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत की आतंकवाद के प्रति नीति में यह बदलाव हमारे वीर सैनिकों की असाधारण वीरता और समर्पण का परिणाम है।
राजनाथ सिंह ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि सीमा पार और उन्हें समर्थन देने वालों के लिए एक चेतावनी है कि भारत अब आतंकवाद को सहन नहीं करेगा। अगर हमारी एकता और अखंडता पर चोट पहुंचाई गई, तो करारा जवाब दिया जाएगा।” उन्होंने यह भी कहा कि “ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है, यह तो बस एक विराम है। मैं यह बात अपने पड़ोसी देश को साफ-साफ कहना चाहता हूं।”
सैनिकों को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने सैनिकों के जीवन को साहस और बलिदान से भरा हुआ बताया और कहा कि राष्ट्र हमेशा अपने जवानों के बलिदान और सेवा का ऋणी रहेगा।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 की पूर्व संध्या पर आयोजित बरखाना कार्यक्रम में उन्होंने जवानों से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य बनाए रखने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “अगर आप मजबूत हैं, तो हमारी सीमाएं मजबूत होंगी, और जब सीमाएं मजबूत होंगी, तब भारत मजबूत होगा।”
इस मौके पर खुखरी नृत्य, भांगड़ा, कलारीपट्टू और झांज-पटक जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया। इस अवसर पर थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा सहित कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारी मौजूद थे।
कुछ दिन पहले मध्य प्रदेश के पचमढ़ी में भाजपा के तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में राजनाथ सिंह ने रामचरितमानस की पंक्ति “जिन मोहिं मारा, ते मैं मारे” उद्धृत करते हुए ऑपरेशन सिंदूर के पीछे की भावना को रेखांकित किया था।
यह बयान उस पहलगाम आतंकी हमले के कुछ सप्ताह बाद आया है, जिसमें 26 नागरिक, जिनमें एक नेपाली नागरिक भी शामिल था, पाक समर्थित आतंकियों द्वारा मारे गए थे। 7 मई को शुरू हुआ ऑपरेशन सिंदूर, भारत की मापी हुई लेकिन दृढ़ प्रतिक्रिया थी, जिसमें पाकिस्तान और पीओके में लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया।
रक्षा मंत्री ने इस ऑपरेशन को उकसावे के नहीं, बल्कि न्याय के आधार पर किया गया संयमित सैन्य अभियान बताया।