लीड्स टेस्ट में इंग्लैंड की ऐतिहासिक जीत, कप्तान शुबमन गिल की अगुवाई में भारत को झेलनी पड़ी हार की कड़वी शुरुआत

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: लीड्स टेस्ट में भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए पहले मुकाबले में शुबमन गिल के कप्तानी डेब्यू को ‘आग में बपतिस्मा’ कहा जा सकता है। पांच दिन तक चले इस रोमांचक मुकाबले में भारत ने पहली पारी में 471 और दूसरी पारी में 364 रन बनाए, कुल मिलाकर 800 से ज्यादा रन बनाए, लेकिन इसके बावजूद टीम को हार का सामना करना पड़ा। इंग्लैंड ने 371 रनों के कठिन लक्ष्य को महज 5 विकेट खोकर हासिल कर लिया और टेस्ट इतिहास में अपनी दूसरी सबसे बड़ी सफल रनचेज दर्ज की।
बेन डकेट की शानदार 149 रनों की पारी इंग्लैंड की जीत की नींव बनी। इंग्लैंड ने 4.38 की रन रेट से रन बनाए और ‘बैजबॉल’ स्टाइल में भारत को चौंका दिया। भारत की गेंदबाज़ी इस मैच में नाकाम रही, जसप्रीत बुमराह के अलावा कोई और गेंदबाज़ दबाव नहीं बना सका। बुमराह ने पहली पारी में पांच विकेट लिए, लेकिन दूसरी पारी में वह विकेट लेने में नाकाम रहे। मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा जैसी तेज गेंदबाज़ी जोड़ी कोई खास असर नहीं डाल पाई।
शार्दुल ठाकुर को बतौर ऑलराउंडर खिलाने का दांव भी गलत साबित हुआ। उन्होंने गेंदबाज़ी में नियंत्रण नहीं दिखाया और बल्लेबाज़ी में भी फ्लॉप रहे। हालांकि दूसरी पारी में उन्होंने दो विकेट जरूर लिए, लेकिन तब तक इंग्लैंड काफी मजबूत स्थिति में आ चुका था। भारत की फील्डिंग भी बेहद खराब रही और कई अहम मौके गंवाए।
शुबमन गिल ने अपनी बल्लेबाज़ी से आलोचकों को जवाब दिया और विदेशी परिस्थितियों में शतक जड़ा। उपकप्तान ने दोनों पारियों में शतक लगाया, लेकिन टीम की निचली बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी यूनिट ने निराश किया। पहले innings में भारत 430/3 से 471 पर सिमट गया और दूसरी पारी में भी 333/4 से 364 पर ऑलआउट हो गया।
गौतम गंभीर की कोचिंग में भारत ने 11 टेस्ट में से 6 गंवा दिए हैं, जिससे उनकी रणनीति और चयन पर सवाल उठने लगे हैं। अगला टेस्ट 2 जुलाई से बर्मिंघम में खेला जाएगा, जहां भारत को वापसी के लिए अपने पुराने कमजोरियों पर काम करना होगा।