ऋषभ पंत के सामने इतिहास रचने का मौका, इंग्लैंड में लगातार तीन टेस्ट शतक लगाने वाले बन सकते हैं सातवें बल्लेबाज़

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: भारत के स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज़ ऋषभ पंत इंग्लैंड के खिलाफ चल रही टेस्ट सीरीज़ में शानदार फॉर्म में हैं और अब वह टेस्ट इतिहास में एक खास क्लब में शामिल होने के बेहद करीब हैं। हेडिंग्ले में खेले गए पहले टेस्ट की दोनों पारियों में शतक लगाकर पंत ने नया रिकॉर्ड कायम किया और वह टेस्ट इतिहास में यह कारनामा करने वाले केवल दूसरे विकेटकीपर बने हैं।
हेडिंग्ले टेस्ट की पहली पारी में पंत ने कप्तान शुभमन गिल के साथ चौथे विकेट के लिए 209 रन की साझेदारी की और 178 गेंदों पर 134 रन बनाए, जिसमें 12 चौके और 6 छक्के शामिल थे। वहीं दूसरी पारी में केएल राहुल के साथ उन्होंने 195 रन जोड़े और 140 गेंदों में 118 रन की पारी खेली, जिसमें 15 चौके और 3 छक्के जड़े।
पंत अब इंग्लैंड की सरज़मीं पर लगातार तीन टेस्ट मैचों में शतक लगाने से महज़ एक कदम दूर हैं। अगर वे 2 जुलाई से एजबेस्टन, बर्मिंघम में शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट में एक और शतक लगाते हैं, तो वह सर डॉन ब्रैडमैन, राहुल द्रविड़, ब्रायन लारा, चार्ल्स मैकार्टनी, वॉरेन बार्ड्सली और डैरिल मिचेल जैसे दिग्गजों की सूची में शामिल हो जाएंगे।
अब तक केवल छह विदेशी बल्लेबाज़ ही इंग्लैंड में लगातार तीन टेस्ट मैचों में शतक जड़ पाए हैं, और भारत की ओर से यह कारनामा केवल राहुल द्रविड़ ने 2002 में किया था। डैरिल मिचेल ने 2022 में यह उपलब्धि हासिल की थी।
पंत का इंग्लैंड में टेस्ट रिकॉर्ड भी शानदार रहा है। अब तक उन्होंने 19 पारियों में 42.52 की औसत से 808 रन बनाए हैं, जिसमें चार शतक और दो अर्धशतक शामिल हैं।
हेडिंग्ले टेस्ट की पहली पारी में शतक लगाने के साथ ही पंत ने टेस्ट क्रिकेट में भारत की ओर से सबसे ज़्यादा शतक लगाने वाले विकेटकीपर के रूप में महेंद्र सिंह धोनी को पीछे छोड़ दिया।
हालांकि पंत की यह ऐतिहासिक पारी टीम इंडिया को जीत नहीं दिला सकी और इंग्लैंड ने 371 रनों का बड़ा लक्ष्य हासिल कर सीरीज़ में 1-0 की बढ़त बना ली।
अब सभी की निगाहें एजबेस्टन टेस्ट पर होंगी, जहां पंत अपने शानदार फॉर्म को जारी रखते हुए भारत की वापसी में अहम भूमिका निभाना चाहेंगे।