इगा स्वियाटेक ने अमांडा अनिसिमोवा को हराकर पहला विंबलडन खिताब जीता
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: इगा स्वियाटेक ने आखिरकार अपने करियर का पहला विंबलडन खिताब जीत लिया है। शनिवार, 12 जुलाई को ऑल इंग्लैंड क्लब में खेले गए महिला एकल फाइनल में उन्होंने अमांडा अनिसिमोवा को सिर्फ़ 57 मिनट में 6-0, 6-0 से करारी शिकस्त दी।
यह जीत न सिर्फ़ स्वियाटेक के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है, बल्कि ओपन एरा में पहला मौका है जब विंबलडन के किसी एकल फाइनल—चाहे पुरुष हो या महिला—में कोई खिलाड़ी एक भी गेम जीतने में नाकाम रहा हो।
सेमीफाइनल में विश्व की नंबर एक खिलाड़ी आर्यना सबालेंका को हराकर फाइनल में पहुंची अनिसिमोवा स्वियाटेक की तीव्रता और नियंत्रण के आगे पूरी तरह बेबस नज़र आईं। सेंटर कोर्ट पर जैसे ही स्वियाटेक ने सर्विस ब्रेक के साथ 1-0 की बढ़त बनाई, उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। जल्द ही वह 3-0 की बढ़त पर पहुँच गईं और अनिसिमोवा के पास न तो जवाब था और न ही कोई वापसी का रास्ता। पहला सेट उन्होंने केवल 25 मिनट में जीत लिया, जिसमें अनिसिमोवा की 14 अनफोर्स्ड गलतियाँ और स्वियाटेक की केवल दो त्रुटियाँ उनके वर्चस्व को साफ दर्शाती हैं।
दूसरे सेट में भी कहानी कुछ अलग नहीं रही। स्वियाटेक ने उसी लय के साथ शुरुआत की, ब्रेक हासिल किया और अपनी सर्विस बचाते हुए स्कोर 2-0 कर लिया। इसके बाद उन्होंने फिर से डबल ब्रेक लेकर 3-0 की बढ़त बना ली। अनिसिमोवा ने भले ही दो ब्रेक पॉइंट बचाए, लेकिन तीसरे पर स्वियाटेक ने उन्हें कोई मौका नहीं दिया। जल्द ही स्कोर 5-0 हुआ और कुछ ही देर में स्वियाटेक ने पूरे मैच पर कब्जा कर लिया।
यह जीत न सिर्फ़ ग्रास कोर्ट पर उनकी पहली बड़ी सफलता है, बल्कि पिछले साल फ्रेंच ओपन में खिताबी हैट्रिक के बाद उनका अगला ग्रैंड स्लैम ताज भी है। स्वियाटेक का यह प्रदर्शन दर्शाता है कि वह अब हर सतह पर खेल को पूरी तरह अपने नियंत्रण में लेने में सक्षम हैं, और महिला टेनिस में उनका दबदबा अब सिर्फ़ मिट्टी के कोर्ट तक सीमित नहीं रहा। विंबलडन की यह जीत उनके करियर की नई ऊँचाइयों की शुरुआत हो सकती है।