शुभमन गिल ने लॉर्ड्स टेस्ट में भारत की हार पर दिया टीम को कड़ा संदेश

Shubman Gill gave a strong message to the team after India's defeat in the Lord's Testचिरौरी न्यूज

नई दिल्ली:

तीसरे टेस्ट में इंग्लैंड से 22 रन की कड़ी हार के बाद भारतीय उपकप्तान शुभमन गिल ने टीम के प्रदर्शन पर गर्व जताया, लेकिन साथ ही माना कि एक भी अर्धशतकीय साझेदारी न होना और पहली पारी में ऋषभ पंत का रनआउट भारत को भारी पड़ गया। उन्होंने कहा कि यह टेस्ट जितना रोमांचक हो सकता था, उतना ही हुआ, पांच दिन चले मुकाबले का फैसला अंतिम सत्र में हुआ।

पोस्ट-मैच प्रेजेंटेशन में गिल ने कहा, “मैं टीम के प्रदर्शन पर बेहद गर्व महसूस कर रहा हूं। यह एक क्लासिक टेस्ट मैच था, पांच दिन चला और आखिरी सत्र में नतीजा निकला। जब हमारी बल्लेबाज़ी चल रही थी, मुझे पूरा भरोसा था कि हम जीत सकते हैं। हमें सिर्फ एक-दो अर्धशतकीय साझेदारियों की ज़रूरत थी, लेकिन हम वह नहीं कर सके।”

गिल ने माना कि अगर पहली पारी में पंत का रनआउट न होता, तो भारत को 70-80 रन की बढ़त मिल सकती थी और पांचवें दिन की मुश्किल पिच पर लगभग 200 रन का पीछा नहीं करना पड़ता। उन्होंने कहा, “ये एक जजमेंट एरर था और ऐसा कभी-कभी हो जाता है। अगर आप ध्यान से देखें तो केएल भाई डेंजर एंड पर थे।”

पर्सनल माइलस्टोन पर अधिक ध्यान देने को लेकर गिल ने कहा कि इस विषय पर टीम के भीतर बातचीत होती है। यह पूछे जाने पर कि क्या पंत अपने शतक के बारे में सोच रहे थे, गिल ने कहा, “हां, चर्चा हुई थी, लेकिन रन लेने में गलती हो गई और उसका हमें खामियाज़ा भुगतना पड़ा।”

रवींद्र जडेजा की बल्लेबाज़ी रणनीति पर गिल ने उनका बचाव किया और कहा कि उन्हें कोई खास संदेश नहीं भेजा गया था। “जडेजा बहुत अनुभवी खिलाड़ी हैं और उन्होंने निचले क्रम के साथ बेहतरीन बल्लेबाज़ी की। आखिरी घंटे में शायद हम और बेहतर अप्लाई कर सकते थे।”

गिल ने अंत में कहा कि हालांकि भारत दो टेस्ट हार चुका है, लेकिन जिस तरह का खेल टीम ने दिखाया, वह स्कोरकार्ड में पूरी तरह नहीं झलकेगा। “15 दिनों की टेस्ट सीरीज़ में हमने ज़्यादातर दिन डॉमिनेट किया है। लेकिन जो सत्र खराब रहे, वो इतने खराब थे कि हमने दो मैच गंवा दिए। स्कोरलाइन यह नहीं बताएगी कि हमने कैसे खेला है।”

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