गैंगस्टर चंदन मिश्रा हत्याकांड में बड़ी सफलता; मुठभेड़ के बाद तीन आरोपी गिरफ्तार, दो घायल
चिरौरी न्यूज
पटना: चंदन मिश्रा हत्याकांड में बिहार एसटीएफ और भोजपुर पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। मंगलवार सुबह भोजपुर जिले में एक मुठभेड़ के बाद तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें से दो को गोली लगी है। यह कार्रवाई बिहिया-कटेया रोड पर स्थित एक नदी के पास सुबह करीब 5:45 बजे की गई।
सूत्रों के अनुसार, एसटीएफ और स्थानीय पुलिस को खुफिया सूचना मिली थी कि चंदन मिश्रा हत्याकांड से जुड़े कुछ संदिग्ध इलाके में छिपे हुए हैं। पुलिस जब उन्हें घेरने पहुंची तो अपराधियों ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की।
मुठभेड़ में घायल आरोपियों की पहचान बलवंत कुमार (22, लीलाधरपुर, बक्सर) और रविरंजन सिंह (20, चकरही, भोजपुर) के रूप में हुई है। बलवंत को हाथ और पैर में गोली लगी है जबकि रविरंजन के जांघ में गोली लगी। दोनों को पहले बिहिया अस्पताल ले जाया गया और फिर बेहतर इलाज के लिए रेफर किया गया।
तीसरे आरोपी की गिरफ्तारी भी इसी ऑपरेशन के दौरान हुई है, जिसकी पुष्टि भोजपुर के एएसपी ने की है। मौके से दो पिस्टल, एक देशी कट्टा, दो मैगजीन और कई जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। मुठभेड़ के बाद पूरे इलाके को सील कर भारी पुलिस बल की तैनाती की गई।
सूत्रों के अनुसार, मुख्य आरोपी मोहम्मद तौसीफ उर्फ बादशाह, जो फिलहाल पटना में तीन दिन की पुलिस रिमांड पर है, की पूछताछ के दौरान मिले सुरागों के आधार पर भोजपुर में यह कार्रवाई की गई।
गौरतलब है कि गैंगस्टर चंदन मिश्रा की हत्या 17 जुलाई को पटना के पारस अस्पताल में की गई थी। पटना पुलिस पहले ही इस हत्याकांड में 9 लोगों की संलिप्तता की बात कह चुकी है।
इन ताज़ा गिरफ्तारियों के साथ अब तक कुल 7 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। इससे पहले मोहम्मद तौसीफ, निशू खान उर्फ भाईजान, हर्ष कुमार और भीम कुमार को कोलकाता से गिरफ्तार किया गया था। अब बलवंत कुमार, रविरंजन सिंह और एक अन्य आरोपी की गिरफ्तारी ने जांच को नई दिशा दी है।
बिहार एसटीएफ और पटना पुलिस अब शेष दो फरार आरोपियों की तलाश में जुटी है। साथ ही, हत्या में प्रयुक्त हथियार और मोटरसाइकिल की बरामदगी भी प्राथमिकता में है।
ये गिरफ्तारियां चंदन मिश्रा हत्याकांड के नेटवर्क को ध्वस्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही हैं और पुलिस को उम्मीद है कि हिरासत में लिए गए आरोपियों की पूछताछ से आगे भी अहम सुराग मिल सकते हैं।