संसद में 29 जुलाई को हो सकती है ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर बहस, पीएम मोदी भी करेंगे हिस्सा
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: मानसून सत्र की शुरुआत से ही सरकार और विपक्ष के बीच तीव्र टकराव के बीच, संसद अगले सप्ताह मंगलवार यानी 29 जुलाई को भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान में आतंकी ढांचे को नष्ट करने वाले ऑपरेशन सिंदूर पर बहस के लिए तैयार है। टीवी रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस लंबी बहस में राज्यसभा में शामिल होंगे।
संसद के व्यापारिक सलाहकार समिति (बीएसी) ने दोनों सदनों को ऑपरेशन सिंदूर पर विस्तार से चर्चा के लिए क्रमशः 16 घंटे और 9 घंटे का समय आवंटित किया है। कांग्रेस नेतृत्व वाली विपक्षी पार्टियां पहलगाम आतंकी हमला, ऑपरेशन सिंदूर, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ट्रम्प के युद्धविराम के दावों और बिहार के SIR ड्राइव जैसे कई मुद्दों पर चर्चा की मांग कर रही हैं। विपक्ष ने इन मुद्दों पर तत्काल चर्चा के लिए कई बार स्थगन प्रस्ताव भी संसद में दिया है और चाहते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी में यह बहस हो।
विपक्ष का प्रयास है कि वह केंद्र सरकार को सुरक्षा में चूक के मामलों, ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मिग विमान दुर्घटना, और अमेरिका के कथित हस्तक्षेप जैसे मसलों पर घेर सके। केंद्र ने कहा है कि वह सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है और भारत की कड़ी प्रतिक्रिया को लेकर उसे विश्वास है कि इससे विपक्ष पर बढ़त मिलेगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने मानसून सत्र की शुरुआत में इसे ‘विजय उत्सव’ बताया था, जो स्पष्ट रूप से ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और भारतीय सेना की ताकत का प्रतीक है।
हालांकि मानसून सत्र के पहले तीन दिन विपक्ष के विरोध प्रदर्शन और नारेबाजी के कारण अस्थिर रहे, जिसके कारण कई बैठकें बेकार हो गईं।
29 जुलाई को होने वाली यह लंबी बहस राज्यसभा में बेहद गंभीर और तगड़ी बहस साबित होने वाली है, जहां विपक्ष तथ्यों और आंकड़ों के साथ सरकार की कमजोरियों को उजागर करने की कोशिश करेगा और सरकार भी उसी अंदाज में जवाब देगी।