स्वच्छता से संवाद तक : समाज निर्माण के लिए मिथिलालोक फाउंडेशन की अभिनव पहल
चिरौरी न्यूज
पटना: स्वच्छता केवल सफाई नहीं, बल्कि सामाजिक चेतना और साझा जिम्मेदारी का प्रतीक है। इसी संदेश को जन-जन तक पहुँचाने के उद्देश्य से मिथिलालोक फाउंडेशन द्वारा आगामी रविवार, 27 जुलाई को एक खुली जन-गोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है। यह संवादपरक आयोजन सुबह 8 बजे, बहादुरपुर बगीचा स्थित पीपल वृक्ष के नीचे, प्रकृति की गोद में होगा।
इस विशेष कार्यक्रम की थीम है – “बेहतर सामुदायिक जीवन की ओर एक पहल”, जिसमें आम नागरिकों को न केवल सहभागिता का अवसर मिलेगा, बल्कि स्वच्छता और सामाजिक संवाद जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर खुलकर विचार विमर्श भी किया जाएगा।
मिथिलालोक फाउंडेशन के चेयरमैन एवं प्रख्यात अंग्रेजी साहित्यकार , डॉ. बीरबल झा, जो सामाजिक अभियानों के लिए लोकप्रिय हैं, ने इस अवसर पर कहा:
“स्वच्छता केवल झाड़ू उठाने की बात नहीं है, यह हमारी सोच और सामाजिक दृष्टिकोण का प्रतिबिंब है। जब लोग संवाद करते हैं, तो समाधान जन्म लेते हैं। यह गोष्ठी महज़ एक आयोजन नहीं, बल्कि जिम्मेदार नागरिकता की ओर बढ़ाया गया एक जनसक्रिय कदम है।”
यंगेस्ट लिविंग लेजेंड ऑफ़ मिथिला की उपाधि प्राप्त बीरबल डॉ. झा का मानना है कि जब आम लोग एक स्थान पर मिलते हैं, हँसी-ठिठोली और संवाद के माध्यम से विचारों का आदान-प्रदान करते हैं, तो समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
गोष्ठी में रचनात्मक चर्चाएं, हास्य के माध्यम से संदेशप्रद प्रस्तुतियाँ और स्थानीय मुद्दों पर खुला संवाद होगा। यह आयोजन सामाजिक समरसता, भागीदारी और सामूहिक उत्तरदायित्व को केंद्र में रखकर नागरिक चेतना को जीवंत करने का प्रयास है।
मिथिलालोक फाउंडेशन ने सभी जागरूक नागरिकों से इस सार्वजनिक आयोजन में शामिल होकर स्वस्थ, स्वच्छ और संवादशील समाज के निर्माण में अपनी सक्रिय भूमिका निभाने की अपील की है।