एशिया कप 2025 में भारत-पाक मुकाबले पर गांगुली बोले, “अगर सरकार अनुमति दे तो मैच होना चाहिए”

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: एशिया कप 2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले मुकाबले की घोषणा के बाद से सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं का तूफ़ान सा आ गया है। प्रशंसकों के साथ-साथ पूर्व क्रिकेटरों ने भी इस फ़ैसले पर नाराज़गी जताई है। आलोचना का मुख्य कारण है कश्मीर के पहलगाम में इस वर्ष 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी।
इस वीभत्स हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच राजनयिक संबंधों में जबरदस्त गिरावट देखी गई। तब से यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि 9 से 28 सितंबर तक प्रस्तावित एशिया कप को रद्द किया जा सकता है।
हालांकि, टूर्नामेंट को हरी झंडी मिल चुकी है और भारत-पाकिस्तान मुकाबला 14 सितंबर को निर्धारित किया गया है। यदि दोनों टीमें सुपर-4 चरण में पहुंचती हैं, तो 21 सितंबर को उनका एक और आमना-सामना होगा, और यदि वे फाइनल में जगह बनाती हैं तो 28 सितंबर को तीसरी भिड़ंत भी संभव है।
बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष और टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने NDTV से विशेष बातचीत में कहा कि भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मुकाबलों का फैसला हमेशा सरकार की अनुमति पर निर्भर करता है। “अगर सरकार ने अनुमति दी है तो मैच होना चाहिए। मैंने पहले भी कहा है कि आतंकवाद को खत्म होना चाहिए। लेकिन अगर सरकार कहती है कि मैच खेला जाए, तो उसे होना चाहिए,” गांगुली ने स्पष्ट किया।
उन्होंने यह भी जोड़ा कि एशिया कप और वर्ल्ड कप जैसे टूर्नामेंटों में भारत और पाकिस्तान आमने-सामने होते रहे हैं, जबकि द्विपक्षीय श्रृंखलाएं लंबे समय से नहीं हुई हैं। हालांकि, गांगुली का यह रुख पहले के उनके बयानों से अलग नज़र आता है।
क्रिकेट के मैदान पर भारत की हालिया उपलब्धियों की चर्चा करते हुए गांगुली ने मैनचेस्टर टेस्ट में टीम इंडिया के प्रदर्शन की भी सराहना की। शुभमन गिल की कप्तानी में भारतीय टीम ने इंग्लैंड के दबदबे के बावजूद ड्रॉ कराया। उन्होंने कहा, “मुझे लगा कि भारत ने मैनचेस्टर में बहुत अच्छा खेला। जिस तरह राहुल, गिल, जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर ने प्रदर्शन किया, वह काबिल-ए-तारीफ था।”
उन्होंने लॉर्ड्स टेस्ट में भारत के 193 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत को याद करते हुए कहा कि पूरी श्रृंखला में बल्लेबाज़ी का स्तर शानदार रहा। “पंत, राहुल, गिल, जडेजा और सुंदर जैसे खिलाड़ी भारतीय बल्लेबाज़ी को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहे हैं। यह देखना बेहद सुखद है।”
जहाँ एक ओर भारत-पाक मैचों को लेकर जनता में नाराज़गी है, वहीं बोर्ड और सरकार की ओर से संकेत स्पष्ट हैं, अगर कूटनीतिक अनुमति मिलती है, तो क्रिकेट का खेल जारी रहेगा, भले ही भावनाएं कहीं और हों।