गौतम गंभीर से विवाद के बाद ओवल क्यूरेटर का दोहरा मापदंड उजागर, पूर्व भारतीय स्टार ने शेयर की तस्वीर

After the dispute with Gautam Gambhir, the double standards of the Oval curator were exposed, the former Indian star shared a shameful picture
(Pic: Twiter)

चिरौरी न्यूज

नई दिल्ली: लंदन के ओवल मैदान पर भारत और इंग्लैंड के बीच एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी का निर्णायक मुकाबला शुरू होने से ठीक दो दिन पहले माहौल गर्मा गया है। भारतीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर और ओवल के प्रमुख क्यूरेटर ली फोर्टिस के बीच मंगलवार को उस समय तीखी बहस हो गई, जब भारतीय खिलाड़ियों को अभ्यास के दौरान पिच के पास खड़े होने से रोका गया। वीडियो में गंभीर को क्यूरेटर पर उंगली उठाकर कहते हुए देखा गया—”आप हमें यह नहीं बता सकते कि हमें क्या करना है”।

घटना के बाद बल्लेबाजी कोच सितांशु कोटक ने मीडिया से बातचीत में बताया कि भारतीय खिलाड़ियों से कहा गया कि वे विकेट से 2.5 मीटर की दूरी पर रहें और रस्सी के बाहर जाकर पिच को देखें। कोटक ने कहा, “ईमानदारी से कहूं तो ग्राउंड स्टाफ में से एक ने आकर कहा कि 2.5 मीटर दूर रहिए और बाहर से पिच देखिए। मैंने ऐसा पहले कभी नहीं देखा।” हालांकि कोटक ने साफ किया कि भारतीय टीम इस मसले को लेकर कोई शिकायत दर्ज नहीं कराएगी।

इस विवाद को लेकर पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा ने भी सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया दी और एक पुरानी तस्वीर साझा की, जिसमें 2023 की एशेज सीरीज के दौरान यही क्यूरेटर इंग्लैंड के कोच ब्रेंडन मैकुलम के साथ पिच पर खड़े नजर आ रहे हैं। चोपड़ा ने लिखा, “2023, एशेज मुकाबला। मैच से 48 घंटे पहले यही क्यूरेटर ब्रेंडन मैकुलम के साथ पिच पर खड़े हैं। अलग लोगों के लिए अलग नियम?”

कोच कोटक ने यह भी स्पष्ट किया कि भारतीय खिलाड़ी अभ्यास के दौरान स्पाइक्स नहीं, बल्कि जॉगर्स पहने हुए थे, जिससे पिच को कोई नुकसान नहीं हो सकता था। उन्होंने कहा, “हमें पहले से अंदेशा था कि यह क्यूरेटर काम करने में आसान नहीं है। पिच के प्रति लगाव अच्छी बात है, लेकिन हद से ज्यादा नहीं।”

घटना के दौरान फोर्टिस ने गंभीर से कहा, “मुझे इसकी रिपोर्ट करनी पड़ेगी,” जिस पर गंभीर ने सख्त लहजे में जवाब दिया, “जो करना है करिए, जहां रिपोर्ट करनी है करिए।” इसके बाद कोटक ने हस्तक्षेप किया और फोर्टिस को एक कोने में ले जाकर कहा, “हम कुछ नुकसान नहीं करेंगे।” इस बीच भारतीय सहयोगी स्टाफ के सदस्य जैसे गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्केल और सहायक कोच रयान टेन डोशेट भी बहस को ध्यान से सुनते नजर आए।

बाद में गंभीर और फोर्टिस अपने-अपने रास्ते चले गए। फोर्टिस ने जाते हुए पत्रकारों से कहा, “यह बड़ा मैच है और वह (गंभीर) थोड़ा संवेदनशील हो गया है।” अभ्यास सत्र में साई सुदर्शन सबसे पहले पहुंचे, जिन्होंने मैनचेस्टर टेस्ट में अर्धशतक और शून्य बनाया था। वहीं कुलदीप यादव और अर्शदीप सिंह भी मैदान पर जमकर पसीना बहाते नजर आए।

गुरुवार से शुरू हो रहे निर्णायक टेस्ट से पहले यह विवाद टीम इंडिया की तैयारियों पर असर डाल सकता है या नहीं, यह तो समय ही बताएगा। लेकिन एक बात साफ है—मुकाबला मैदान के बाहर भी अब दिलचस्प हो चला है।

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