GST रिफॉर्म्स: पीएम मोदी की अगुवाई में ऐतिहासिक कर सुधार की अमित शाह सहित कई मंत्रियों ने की सराहना

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी नेतृत्व क्षमता की सराहना करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जीएसटी दरों में कटौती और प्रक्रिया में किए गए सुधारों को “वास्तव में परिवर्तनकारी निर्णय” बताया है। उन्होंने कहा कि ये सुधार न केवल आम नागरिकों के जीवन को आसान बनाएंगे, बल्कि छोटे व्यापारियों और उद्यमियों के लिए व्यापार करना भी सरल बनाएंगे। अमित शाह ने अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर लिखा कि प्रधानमंत्री मोदी जो कहते हैं, उसे पूरा करते हैं। यह ऐतिहासिक जीएसटी सुधार गरीबों और मध्यम वर्ग को बड़ी राहत देगा, किसानों, एमएसएमई, महिलाओं और युवाओं को समर्थन देगा और एक सहज प्रणाली प्रदान करेगा। यह भारत के लिए एक सच्चे अर्थ में परिवर्तनकारी निर्णय है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस निर्णय को “साहसिक कदम” करार देते हुए प्रधानमंत्री मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि नई जीएसटी दरों से कई आवश्यक वस्तुओं पर टैक्स घटेगा, जिससे व्यापार करना आसान होगा और आत्मनिर्भर भारत को बल मिलेगा।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी इस फैसले की सराहना करते हुए इसे ease of living और ease of doing business के लिए केंद्र सरकार के प्रयासों को मजबूती देने वाला बताया। उन्होंने कहा कि यह निर्णय भारत की परिवर्तन यात्रा में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित होगा।
बीजेपी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने कहा कि यह सुधार देश की सतत विकास प्रक्रिया को मजबूती देगा और मध्यम वर्गीय परिवारों को राहत पहुंचाएगा। वहीं, केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने इस फैसले को “दीवाली का ऐतिहासिक तोहफा” बताया और कहा कि यह सुधार उपभोक्ताओं को लाभ देगा, छोटे कारोबारियों को सशक्त बनाएगा और समावेशी विकास की दिशा में भारत की यात्रा को गति देगा।
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा लाल किले से किए गए वादे को आज पूरा कर दिया गया है। यह निर्णय देश के 1.44 अरब लोगों के जीवन को सरल और सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। उन्होंने इसे हर घर में समृद्धि लाने वाला निर्णय बताया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे नागरिकों के जीवन को सरल बनाने और स्थानीय विनिर्माण व उद्यमिता को बढ़ावा देने वाला निर्णय बताया। उन्होंने प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री को धन्यवाद दिया। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसे ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि अब केवल दो टैक्स स्लैब, 5% और 18%, लागू होंगे, जिससे किसानों, छोटे व्यापारियों और पर्यटन जैसे क्षेत्रों को सीधा लाभ मिलेगा।
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि यह भारत के जीएसटी ढांचे में सबसे महत्वपूर्ण सुधारों में से एक है। उन्होंने कहा कि यह निर्णय छोटे और मंझोले उद्योगों को गति देगा, रोजगार सृजन को बढ़ावा देगा, और लोगों के हाथ में ज्यादा पैसा छोड़ेगा।
बुधवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में जीएसटी काउंसिल की 56वीं बैठक में जीएसटी दरों की पुनर्संरचना को मंजूरी दी गई। अब चार टैक्स स्लैब को घटाकर दो कर दिया गया है–5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत। 12 प्रतिशत और 28 प्रतिशत टैक्स स्लैब को समाप्त कर दिया गया है। यह नया ढांचा 22 सितंबर से लागू होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा के बाद एक्स पर लिखा कि स्वतंत्रता दिवस पर उन्होंने जो वादा किया था, आज उसे पूरा किया गया है। यह सुधार आम नागरिकों, किसानों, एमएसएमई, महिलाओं और युवाओं को लाभ पहुंचाएगा और व्यापार करना आसान बनाएगा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि इन सुधारों में सिर्फ दरों में कटौती नहीं, बल्कि संरचनात्मक बदलाव भी किए गए हैं। विशेष रूप से कृषि, स्वास्थ्य और सामान्य उपयोग की वस्तुओं पर टैक्स घटाया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि अब पान मसाला, गुटखा, सिगरेट, जर्दा जैसे उत्पादों पर जीएसटी खुदरा बिक्री मूल्य (RSP) पर लगेगा, न कि लेनदेन मूल्य पर।
इन ऐतिहासिक सुधारों को विशेषज्ञों ने “नेक्स्ट जेनरेशन” जीएसटी रिफॉर्म करार दिया है, जो प्रधानमंत्री मोदी के तीन स्तंभों, आसान जीवन, आसान व्यापार और मजबूत अर्थव्यवस्था, पर आधारित है। यह फैसला देश की कर प्रणाली को सरल बनाकर न केवल उपभोक्ताओं को राहत देगा, बल्कि छोटे व्यापारियों को नए अवसर भी प्रदान करेगा और भारत को आत्मनिर्भर बनने की दिशा में एक कदम और आगे ले जाएगा।
