यूक्रेन संघर्ष पर भारत की फिर अपील: जल्द खत्म हो युद्ध, स्थापित हो स्थायी शांति
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अपने पोलिश समकक्ष रादोस्लाव सिकोर्स्की से टेलीफोन पर बातचीत की और यूक्रेन संघर्ष को लेकर भारत की स्थिति दोहराई। उन्होंने कहा कि भारत जल्द से जल्द संघर्ष की समाप्ति और क्षेत्र में एक स्थायी समाधान का पक्षधर है। यह बातचीत ऐसे समय में हुई है जब हाल ही में पोलैंड ने दावा किया है कि 9 सितंबर की रात को रूस निर्मित ड्रोन ने उसके हवाई क्षेत्र का 19 बार उल्लंघन किया।
पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने इस घटना को एक “बड़े पैमाने पर उकसावे” की संज्ञा दी और कहा कि “संभवतः हम एक बड़े पैमाने पर उकसावे के साक्षी हैं।” उन्होंने इस मुद्दे पर आपातकालीन सरकारी बैठक से पहले यह बयान सार्वजनिक प्रसारक टीवीपी इंफो पर दिया।
इस घटना पर रूस के रक्षा मंत्रालय ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पोलैंड की रक्षा मंत्रालय के साथ बातचीत के लिए वह तैयार है। मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि ड्रोन से पोलैंड के किसी भी ठिकाने को निशाना बनाने की कोई योजना नहीं थी। उन्होंने यह भी बताया कि जिन यूएवी (ड्रोन) के सीमा पार करने की बात कही जा रही है, उनकी अधिकतम रेंज 700 किलोमीटर से अधिक नहीं है। इसके बावजूद, रूस पोलिश रक्षा मंत्रालय के साथ इस मामले पर चर्चा करने को तैयार है।
भारत ने एक बार फिर यूक्रेन संघर्ष को समाप्त करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है और उम्मीद जताई है कि सभी पक्ष शांति स्थापना की दिशा में रचनात्मक रूप से आगे बढ़ेंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जैसवाल ने हाल ही में एक साप्ताहिक प्रेस वार्ता में कहा कि “हम यूक्रेन में शांति स्थापना की दिशा में हाल के सभी प्रयासों का स्वागत करते हैं। हम आशा करते हैं कि सभी पक्ष रचनात्मक रुख अपनाएंगे। भारत संघर्ष की शीघ्र समाप्ति और स्थायी शांति स्थापना का समर्थन करता है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कई मौकों पर यूक्रेन संकट का शांतिपूर्ण समाधान निकालने की भारत की प्रतिबद्धता को दोहराया है और इस दिशा में किए जा रहे सभी प्रयासों का समर्थन किया है। हाल ही में चीन के तिआनजिन में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के दौरान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से द्विपक्षीय मुलाकात में प्रधानमंत्री मोदी ने संघर्ष के समाधान की दिशा में उठाए गए हालिया कदमों का स्वागत किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पूरी मानवता इस युद्ध का अंत चाहती है और क्षेत्र में शांति और स्थिरता की बहाली की आशा रखती है। उन्होंने कहा, “हम संघर्ष के समाधान की दिशा में हाल के प्रयासों का स्वागत करते हैं। हम आशा करते हैं कि सभी पक्ष आगे भी रचनात्मक रूप से काम करेंगे। हमें जल्द से जल्द इस संघर्ष को समाप्त करने के रास्ते तलाशने होंगे ताकि क्षेत्र में स्थिरता और शांति बहाल हो सके। यही पूरी मानवता की पुकार है।”