पीएम मोदी @75: परंपरा से परिवर्तन की ओर भारत की यात्रा
डॉ. बीरबल झा
पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 75 वर्ष के हो गए हैं। देश भर में उनके जन्मदिन पर शुभकामनाओं का दौर चल रहा है। इस मौके पर उन्हें एक ऐसे नेता के रूप में गुणगान किया जा रहा है, जिसने भारत की सांस्कृतिक विरासत और आधुनिक विकास की आकांक्षाओं को साथ लेकर चलने का प्रयास किया है।
डीडी न्यूज़ में प्रकाशित एक लेख में प्रख्यात लेखक, शिक्षाविद और सामाजिक विचारक डॉ. बीरबल झा ने पीएम मोदी को “परंपरा से परिवर्तन की ओर भारत की यात्रा का नेतृत्व” करने वाला नेता बताया। लेख में प्रधानमंत्री की नीतियों द्वारा राष्ट्रीय विकास, सांस्कृतिक संरक्षण, तकनीकी प्रगति और समावेशी कल्याण में दिए गए योगदान पर विशेष प्रकाश डाला गया है।
विश्वकर्मा जयंती पर विशेष ध्यान : कारीगरों के लिए समर्पित योजनाएँ
पीएम मोदी का जन्मदिन एवं विश्वकर्मा जयंती एक ही दिन है । जैसे विश्वकर्मा जयंती त्योहार भारत के पारंपरिक कारीगरों को समर्पित है, वैसे पीएम मोदी का जन्मदिन देश को समपर्पित है । मोदी डॉ. झा ने कहा कि पीएम मोदी की नीतियों में कारीगरों और शिल्पकारों को सशक्त बनाने पर विशेष बल दिया गया है। पीएम मोदी का जन्मदिन
उन्होंने पीएम विश्वकर्मा योजना को “कारीगरों की गरिमा की रक्षा की दिशा में एक संवेदनशील कदम” बताया। योजना के अंतर्गत कुम्हार, बुनकर, बढ़ई, सुनार सहित अन्य पारंपरिक शिल्पकारों को कौशल प्रशिक्षण, आर्थिक सहायता और बाजार तक पहुँच प्रदान की जाती है।
जन सेवा और समावेशी विकास की दिशा में पहल
डॉ. झा ने पीएम मोदी के जीवन को संघर्ष, आत्मनिर्भरता और सेवा का उदाहरण बताते हुए कहा, “वडनगर से लेकर वैश्विक मंच तक प्रधानमंत्री ने न केवल भारत की आर्थिक और तकनीकी प्रगति को दिशा दी है, बल्कि यह सुनिश्चित किया है कि विकास समाज के सबसे वंचित वर्गों तक पहुँचे।”
प्रधानमंत्री जन धन योजना और आयुष्मान भारत जैसी योजनाओं को उन्होंने “वित्तीय और स्वास्थ्य सेवाओं की मुख्यधारा में लाने वाला ऐतिहासिक कदम” बताया।
विरासत और नवाचार का संतुलन
डॉ. झा ने बताया कि पीएम मोदी ने स्वच्छता अभियान से लेकर योग दिवस तक, भारत की सांस्कृतिक जड़ों को आधुनिक पहल के साथ जोड़ा है। उन्होंने कहा,
“डिजिटल इंडिया और मेक इन इंडिया जैसे कार्यक्रम उद्यमिता और नवाचार के अवसर पैदा कर रहे हैं। एक मजबूत अर्थव्यवस्था वही है जो व्यक्तियों को उपकरण, तकनीक और दृष्टि से सशक्त बनाए।”
यह संतुलन भारत को पहचान सुरक्षित रखते हुए तकनीकी प्रगति की दिशा में अग्रसर कर रहा है।
वैश्विक मंच पर भारत की भूमिका
डॉ. झा ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत ने जलवायु बदलाव और कूटनीतिक संबंधों में अपनी सक्रिय भूमिका निभाई है। “भारत की आवाज़ अब वैश्विक मंच पर प्रभावशाली ढंग से सुनी जा रही है, जबकि देश अपने विकास लक्ष्यों से पीछे नहीं हटता,” उन्होंने कहा।
संकट में भी नेतृत्व की परीक्षा
कोविड महामारी, आर्थिक मंदी और वैश्विक अनिश्चितताओं के समय प्रधानमंत्री के नेतृत्व की उन्होंने सराहना करते हुए कहा, “संकटों को अवसर में बदलने की उनकी क्षमता ने सार्वजनिक विश्वास और संस्थाओं की मजबूती को बढ़ाया है। पारदर्शिता और रणनीतिक निर्णयों ने देश को संकट से उबारने में मदद की।”
2047 की ओर बढ़ता भारत : नागरिकों से आह्वान
डॉ. झा ने कहा कि प्रधानमंत्री का 75वाँ जन्मदिन केवल व्यक्तिगत उपलब्धियों का जश्न नहीं, बल्कि हर नागरिक के लिए राष्ट्र निर्माण में योगदान देने का आह्वान है। “हमें परंपराओं की रक्षा करते हुए बदलाव को अपनाना होगा और मिलकर एक समृद्ध भविष्य की ओर बढ़ना होगा,” उन्होंने कहा।
लेख की जानकारी
डॉ. बीरबल झा द्वारा लिखा गया लेख “पीएम मोदी @ 75 : परंपरा से परिवर्तन की ओर भारत की यात्रा का नेतृत्व” डीडी न्यूज़ द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर प्रकाशित हुआ। लेख में उनके परिवर्तनकारी नेतृत्व और नागरिकों की साझा जिम्मेदारी को रेखांकित किया गया है।