हरियाणा में ‘वोट चोरी’? राहुल गांधी का दावा, ब्राज़ील मॉडल की तस्वीर 22 बार इस्तेमाल हुई

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने आज एक बार फिर राजनीतिक हलचल पैदा करते हुए हरियाणा विधानसभा चुनावों में बड़े पैमाने पर मतदान में धांधली का आरोप लगाया। गांधी ने इसे अपना बहुप्रतीक्षित “एच बम” बताया और दावा किया कि हरियाणा में कुल 2 करोड़ मतदाताओं में से लगभग 25 लाख वोट चुराए गए, यानी राज्य के लगभग 12.5 प्रतिशत मतदाता फर्जी थे।
उन्होंने कहा, “इसका मतलब है कि हर आठ में से एक मतदाता, यानी 12.5 प्रतिशत, फ़र्ज़ी है। यह लोकतंत्र की हत्या के बराबर है।” गांधी के अनुसार, चुनाव में कांग्रेस की जीत की भविष्यवाणी करने वाले सभी एग्ज़िट पोलों के बावजूद नतीजों में भाजपा ने जीत दर्ज की। इसे लेकर उन्होंने भाजपा पर चुनाव प्रक्रिया में अनियमितताओं को अंजाम देने का गंभीर आरोप लगाया।
राहुल गांधी ने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का एक वीडियो भी पेश किया, जिसमें वे नतीजों से पहले मीडिया से बात कर रहे हैं और कहते हैं कि “व्यवस्था” की गई है और भाजपा चुनाव जीत रही है। गांधी ने पूछा, “ये व्यवस्थाएँ क्या हैं? क्या यह लोकतंत्र का सम्मान है या सत्ता के लिए व्यवस्था की जा रही है?”
इसके बाद, राहुल गांधी ने मतदाता पहचान पत्रों और मतदाता सूची के उदाहरण पेश किए। उन्होंने बताया कि राज्य की मतदाता सूची में कई लोगों की तस्वीरें एक जैसी हैं, लेकिन नाम अलग-अलग हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग केवल एक सेकंड में डुप्लिकेट वोट पहचान सकता है, लेकिन ऐसा क्यों नहीं किया गया। उनका दावा है कि इसका कारण यह है कि चुनाव आयोग भाजपा की मदद कर रहा है।
गांधी ने कहा कि हरियाणा में लोकतांत्रिक प्रक्रिया पूरी तरह से प्रभावित हुई और लोगों का भरोसा चुनाव प्रणाली पर डगमगा गया। उन्होंने जोर देकर कहा कि अगर लोकतंत्र में विश्वास खो गया, तो केवल राजनीतिक पार्टियों का ही नहीं, बल्कि पूरे देश का नुकसान होगा।
गांधी ने पिछले साल के हरियाणा चुनावों के पृष्ठभूमि का भी उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि चुनाव से पहले कई राजनीतिक विश्लेषकों और स्थानीय मीडिया ने संकेत दिए थे कि कांग्रेस की स्थिति मजबूत है, और एग्ज़िट पोल भी यही दिखा रहे थे। इसके बावजूद जब परिणाम आए, तो भाजपा ने विजयी होने का दावा किया। इसे गांधी ने केवल संयोग नहीं माना, बल्कि एक संगठित और योजनाबद्ध मतदान धांधली के रूप में देखा।
राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर भी निशाना साधा। उनका कहना था कि आयोग का दायित्व है कि वह सभी मतों की सत्यता और निष्पक्षता सुनिश्चित करे। उन्होंने कहा, “अगर आयोग सही तरीके से काम करता, तो डुप्लिकेट वोट और फर्जी मतदाता आसानी से पहचाने जा सकते थे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ।”
गांधी ने लोकसभा में जनता से भी अपील की कि वे इस मामले को गंभीरता से लें और लोकतंत्र के प्रति सजग रहें। उन्होंने कहा कि मतदान की गुप्तता और निष्पक्षता किसी भी लोकतंत्र की आत्मा होती है और इसे कमजोर होने नहीं दिया जा सकता।
विश्लेषकों के अनुसार, राहुल गांधी की यह घोषणा न केवल हरियाणा में बल्कि पूरे देश में राजनीतिक हलचल पैदा कर सकती है। उनका दावा है कि यह चुनाव केवल एक राज्य का मामला नहीं है, बल्कि भारत में लोकतंत्र और चुनाव प्रक्रिया की विश्वसनीयता पर सवाल उठाता है।
राजनीतिक पृष्ठभूमि को देखते हुए, यह घटना कांग्रेस और भाजपा के बीच जारी टकराव को और बढ़ा सकती है। हरियाणा के पिछले चुनावों में मतदाताओं के बीच कई अनियमितताओं की शिकायतें आई थीं, और राहुल गांधी ने उन्हें एक संगठित योजना के हिस्से के रूप में पेश किया है।
इस पूरे घटनाक्रम से यह साफ है कि राहुल गांधी ने हरियाणा चुनाव में कथित धांधली को लेकर गंभीर आरोप लगाकर न केवल भाजपा पर निशाना साधा है, बल्कि चुनाव आयोग और चुनाव प्रक्रिया की निष्पक्षता पर भी सवाल खड़ा किया है।
