इरफ़ान पठान ने कहा, दुखद है कि भारत के बल्लेबाज़ स्पिन के सामने संघर्ष कर रहे हैं

"I am not used to smoking hookah...": Irfan Pathan's old comment on MS Dhoni goes viralचिरौरी न्यूज

नई दिल्ली: पूर्व भारतीय ऑलराउंडर इरफ़ान पठान का मानना है कि भारतीय बल्लेबाज़ों की स्पिन खेलने की क्षमता में तेज़ी से गिरावट आई है, और कोलकाता टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका से मिली 30 रनों की हार ने इस कमी को साफ़ तौर पर उजागर कर दिया। 124 रनों के आसान लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत महज़ 93 रन पर ढेर हो गया, और दोनों पारियों में लिए गए 20 में से 12 विकेट स्पिनरों के खाते में गए।

दक्षिण अफ्रीका के लिए साइमन हार्मर सबसे बड़े मैच-विनर साबित हुए। उन्होंने दोनों पारियों में चार-चार विकेट झटके और भारतीय बल्लेबाज़ उनकी ऑफ-स्पिन और विविधताओं के सामने असहाय दिखाई दिए। पिछले छह टेस्ट मुकाबलों में यह भारत की चौथी हार है, जिसमें विपक्षी स्पिनरों ने भारी प्रभाव डाला है।

अपने यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए पठान ने भारत की दूसरी पारी की बल्लेबाज़ी को बेहद रक्षात्मक बताते हुए आलोचना की। उनका कहना था कि अगर शीर्ष सात में से कम से कम दो बल्लेबाज़ आक्रामक रवैया अपनाते, तो मैच भारत की झोली में जा सकता था।

पठान बोले, “अगर अंतिम पारी में आपको लगभग 125 रन चाहिए, तो कम से कम दो बल्लेबाज़ों का सकारात्मक सोचना ज़रूरी है—स्ट्राइक रोटेट करना, दबाव बनाना। बस दो साझेदारियाँ चाहिए थीं, और मैच खत्म।”

उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि अक्षर पटेल ने कुछ बड़े शॉट लगाए और 25-26 रन बनाए; यही तरीका शीर्ष क्रम भी अपना सकता था।

इरफ़ान पठान के अनुसार भारतीय बल्लेबाज़ों की स्पिन खेलने की कला अब पहले जैसी नहीं रही, “एक समय हम दुनिया में सर्वश्रेष्ठ माने जाते थे। लेकिन अब सफेद गेंद वाली पिचों और थ्रोडाउन कल्चर के कारण स्पिन खेलने का कौशल कम हो गया है। टर्निंग ट्रैक्स पर संयमित और रक्षात्मक रवैया आपको और मुश्किल में डालता है।”

उन्होंने कहा कि लक्ष्य छोटा हो या बड़ा, सिर्फ़ बचाव करने से बल्लेबाज़ दबाव में आ जाते हैं, और अंतत: विकेट गंवा बैठते हैं।

पठान ने यह भी बताया कि भले ही शुभमन गिल बल्लेबाज़ी करने योग्य नहीं थे और दक्षिण अफ्रीका को नौ विकेट की ज़रूरत थी, लेकिन भारतीय टीम का रवैया लक्ष्य पर केंद्रित होना चाहिए था।

“अगर टेस्ट क्रिकेट में आप ज़रूरत से ज़्यादा रक्षात्मक हो जाते हैं, तो पहली नहीं, तीसरी गेंद पर जरूर आउट होंगे।”

भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच दो-टेस्ट मैचों की श्रृंखला का दूसरा और अंतिम मुकाबला 22 नवंबर से गुवाहाटी में खेला जाएगा, जहाँ भारतीय बल्लेबाज़ों की स्पिन के खिलाफ परीक्षा एक बार फिर होगी।

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