स्कॉटलैंड 28 साल बाद विश्व कप में पहुँचा, डेनमार्क पर 4-2 की ऐतिहासिक जीत
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: स्कॉटलैंड ने हैम्पडेन पार्क में मंगलवार रात डेनमार्क को 4-2 से हराते हुए 1998 के बाद पहली बार पुरुष फ़ुटबॉल विश्व कप में प्रवेश कर लिया। अतिरिक्त समय में किए गए कीरन टियरनी और केनी मैकलीन के निर्णायक गोलों ने पूरे ग्लासगो को जश्न में डूबा दिया। इस जीत के साथ स्कॉटलैंड ने प्लेऑफ़ की बाधा भी पार कर ली और सीधे अगले साल उत्तरी अमेरिका में होने वाले विश्व कप फ़ाइनल में जगह बना ली।
मैच रोमांच, तनाव और नाटकीय मोड़ों से भरा रहा। शुरुआती तीसरे मिनट में स्कॉट मैकटोमिने के शानदार ओवरहेड किक ने स्कॉटलैंड को बढ़त दिलाई। हालांकि दूसरे हाफ में डेनमार्क ने पेनल्टी के जरिए स्कोर बराबर किया, लेकिन रासमस क्रिस्टेंसन के दूसरे पीले कार्ड के बाद मेहमान टीम सिर्फ़ 10 खिलाड़ियों के साथ रह गई।
81वें मिनट में पैट्रिक डोर्गू ने डेनमार्क को बराबरी पर ला दिया, लेकिन ठीक उसी मिनट स्कॉटिश सब्सटीट्यूट लॉरेंस शैंकलैंड ने हेडर से स्कॉटलैंड को 2-1 की बढ़त दिला दी। इसके बाद मैच आखिरी क्षणों में पूरी तरह स्कॉटलैंड के पक्ष में मुड़ गया। अतिरिक्त समय में टियरनी ने बाएँ पैर से शानदार कर्विंग शॉट मारकर स्कोर 3-2 किया और गोलकीपर कैस्पर श्माइचेल के आगे आने से खाली पड़े गोल का फ़ायदा उठाते हुए मैकलीन ने लंबी दूरी से चौथा गोल दागकर जीत पक्की कर दी।
सामरिक रूप से भी स्कॉटलैंड का खेल प्रभावी रहा। मैनेजर स्टीव क्लार्क के आक्रामक बदलावों ने अंत में बड़ा अंतर पैदा किया, जबकि 10 खिलाड़ियों के साथ डेनमार्क अपने खेल को संतुलित नहीं रख पाया। गेंद पर कब्ज़ा भले ही डेनमार्क के पास अधिक रहा, लेकिन स्कॉटलैंड के जवाबी हमले और सेट पीस उनकी जीत की कुंजी साबित हुए।
मैच के बाद कप्तान एंडी रॉबर्टसन ने टीम के जज़्बे की सराहना करते हुए कहा, “यही हमारी टीम है—कभी हार न मानने वाली। हम अंत तक लड़े और इसका फल हमें विश्व कप के टिकट के रूप में मिला।” स्कॉटलैंड की यह जीत हाल के इतिहास की सबसे यादगार फुटबॉल रातों में गिनी जा रही है, जहाँ 50,000 दर्शक इतिहास बनते हुए देख कर रोमांचित हो उठे।
