लवलीना बॉक्सिंग अकादमी ने किया उच्च-प्रदर्शन और प्रशिक्षण के लिए राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय के साथ समझौता
चिरौरी न्यूज
गांधीनगर: भारत के हाई-परफॉर्मेंस खेल पारिस्थितिकी तंत्र को बड़ा प्रोत्साहन देते हुए लवलीना बॉक्सिंग अकादमी (एलबीए), जो ओलंपियन स्पोर्ट्स अकादमी फ़ाउंडेशन के तहत कार्यरत है, ने राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय (RRU) के भारत ओलंपिक अनुसंधान एवं शिक्षा केंद्र (BCORE) के साथ आधिकारिक रूप से एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए। यह हस्ताक्षर 27–28 नवंबर 2025 को आरआरयू के दो दिवसीय दौरे के दौरान किए गए।
यह समझौता एक दीर्घकालिक और रणनीतिक सहयोग की शुरुआत का संकेत देता है, जिसका उद्देश्य खेल अनुसंधान, वैज्ञानिक प्रशिक्षण, एथलीट वेलबीइंग और उन्नत कोचिंग विधियों को मजबूत करना है। MoU के तहत दोनों संस्थान मिलकर स्पोर्ट्स साइंस के अनुप्रयोगों, परफॉर्मेंस एनालिटिक्स, मनोवैज्ञानिक प्रशिक्षण मॉड्यूल, चोट-निरोधी ढांचे और आधुनिक हाई-परफॉर्मेंस सिस्टम पर कार्य करेंगे। इस साझेदारी से एलबीए के एथलीटों को विश्व-स्तरीय, शोध-आधारित और वैश्विक मानकों के अनुरूप सहयोग प्राप्त होगा।
एलबीए प्रतिनिधिमंडल में टोक्यो ओलंपिक पदक विजेता और अकादमी की संस्थापक सुश्री लवलीना बोर्गोहैन, वरिष्ठ कोच और मेंटर श्री देवो कुमार बरुआह, प्रबंध निदेशक श्री ज्योतिष्मा लाहकार, और युवा नेता व शिक्षा विशेषज्ञ श्री धीरज नारायण यादव शामिल थे, जो अकादमी की नेतृत्व टीम के प्रमुख सदस्य हैं।
हस्ताक्षर समारोह की मेजबानी आरआरयू के कुलपति प्रो. (डॉ.) बिमल एन. पटेल ने की। उन्होंने अकादमी के मिशन की सराहना करते हुए कहा कि यह सहयोग आरआरयू के राष्ट्रीय जनादेश के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य अंतरविषयक अनुसंधान, अत्याधुनिक अवसंरचना और संस्थागत साझेदारियों के माध्यम से भारत की खेल उत्कृष्टता को बढ़ावा देना है।
इस औपचारिक साझेदारी के तहत एलबीए को आरआरयू की उन्नत खेल विज्ञान एवं अनुसंधान सुविधाओं—जैसे बायोमैकेनिक्स लैब, परफॉर्मेंस एनालिसिस यूनिट, रिकवरी साइंस सुविधाएं और स्पोर्ट्स टेक्नोलॉजी, मनोविज्ञान एवं फिजिकल कंडीशनिंग से संबंधित शैक्षणिक विशेषज्ञता—तक संरचित पहुंच मिलेगी। संयुक्त शोध परियोजनाएं, एथलीट आकलन प्रोटोकॉल, प्रशिक्षण कार्यशालाएं और ज्ञान-विनिमय कार्यक्रम विकसित किए जाएंगे ताकि एलबीए से जुड़े उभरते और एलीट एथलीटों के मार्ग और अधिक सुदृढ़ हों।
दौरे के दौरान एलबीए प्रतिनिधिमंडल ने गुजरात पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों—एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (ADGP) और डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (DIGP)—से भी मुलाकात की। इस दौरान एथलीट सुरक्षा-से-जागरूकता, अनुशासन एवं नेतृत्व कार्यक्रम, पुलिस स्पोर्ट्स पहलों के एकीकरण और भविष्य के संयुक्त आयोजनों पर चर्चा हुई। गुजरात पुलिस अधिकारियों ने भारतीय मुक्केबाजी में एलबीए के योगदान की सराहना की और युवाओं की भागीदारी, फिटनेस प्रोत्साहन और राष्ट्रीय खेल उत्कृष्टता को बढ़ावा देने वाले प्रयासों में सहयोग की इच्छा जताई।
MoU पर हस्ताक्षर के अवसर पर लवलीना बोर्गोहैन ने कहा, “यह एलबीए के लिए गर्व और महत्वपूर्ण क्षण है। आरआरयू और बीकोर के साथ हाथ मिलाकर हम अपने एथलीटों के लिए वैज्ञानिक प्रशिक्षण, वैश्विक मानकों और सफलता के लिए संरचित रास्तों के नए द्वार खोल रहे हैं। छोटे शहरों से आने वाले कई युवा एथलीट बड़े सपने देखते हैं, लेकिन उन्हें सही समर्थन प्रणाली नहीं मिल पाती। यह साझेदारी उस अंतर को कम करेगी और विश्व-स्तरीय ज्ञान व सुविधाएं सीधे उन तक पहुंचाएगी।”
MoU के साथ ही एलबीए, आरआरयू और बीकोर ने भारत के अगली पीढ़ी के चैंपियनों के लिए शोध-आधारित और वैश्विक प्रतिस्पर्धी प्रशिक्षण पारिस्थितिकी तंत्र बनाने की दिशा में एक परिवर्तनकारी साझेदारी की मजबूत नींव रख दी है।
