भारत–यूएई संबंधों पर बोले जयशंकर, कॉम्प्रिहेंसिव स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप को करेंगे मजबूत
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने मंगलवार को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के राष्ट्रीय दिवस पर वहां की सरकार और जनता को हार्दिक शुभकामनाएं दीं। X पर साझा संदेश में उन्होंने कहा कि भारत यूएई के साथ अपनी व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने तथा व्यापारिक, सांस्कृतिक और जन-से-जन संबंधों को गहरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
जयशंकर ने लिखा, “डीपीएम एवं विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नहयान, यूएई सरकार और जनता को राष्ट्रीय दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। हम अपनी व्यापक रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने और वाणिज्यिक, सांस्कृतिक व आपसी संबंधों को और गहरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
इससे एक दिन पहले, केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने नई दिल्ली में आयोजित यूएई राष्ट्रीय दिवस समारोह में भाग लिया। उन्होंने भारत–यूएई की मजबूत साझेदारी को ‘विश्वास, नवाचार और साझा दृष्टि’ पर आधारित बताते हुए कहा कि दोनों देशों के संबंध नए आयाम छू रहे हैं।
गोयल ने X पर लिखा, “54वें यूएई राष्ट्रीय दिवस समारोह में शामिल होकर खुशी हुई। भारत–यूएई साझेदारी पर गर्व है, जो विश्वास, नवाचार और भविष्य की साझा सोच से प्रेरित है।”
कांसुलर मामलों पर हुई अहम बैठक
26 नवंबर को अबू धाबी में भारत और यूएई के बीच कांसुलर मामलों पर संयुक्त समिति (JCCA) की छठी बैठक आयोजित हुई। दोनों देशों ने वीज़ा, कांसुलर और कानूनी सहयोग को और मजबूत करने पर सहमति जताई। बैठक में पिछली बैठक के बाद की प्रगति की समीक्षा की गई और अनुभवों व सर्वोत्तम प्रक्रियाओं का आदान-प्रदान किया गया।
विदेश मंत्रालय (MEA) के अनुसार चर्चा चार प्रमुख क्षेत्रों में आगे बढ़ी—
- सूचना प्रवाह और कांसुलर पहुंच में सुधार
- परस्पर कानूनी सहायता व प्रत्यर्पण मामलों में त्वरित सहयोग
- वीज़ा नीतियों का प्रगतिशील उदारीकरण
- और नियमित समीक्षा तंत्र की स्थापना
भारत ने यूएई में बसे भारतीय समुदाय के कल्याण के लिए वहां की नेतृत्व और अधिकारियों के सहयोग की सराहना की।
17 नवंबर को दुबई एयर शो 2025 के दौरान, भारत के रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने यूएई के अपने समकक्ष मोहम्मद मुबारक अल मजरूई से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने रक्षा प्रदर्शनियों, प्रशिक्षण सहयोग और संयुक्त अनुसंधान, सह-विकास व सह-उत्पादन के माध्यम से रक्षा संबंधों को और गहरा करने पर बल दिया।
भारत और यूएई ने दोहराया कि दोनों देशों में रह रहे नागरिकों की सुरक्षा, सम्मान और भलाई उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। दोनों देशों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नहयान की दूरदर्शी नेतृत्व में विकसित ऐतिहासिक साझेदारी को और सशक्त बनाने का संकल्प जताया।
