इंडिगो की उड़ान रद्दीकरण पर सरकार सख्त, संचालन सामान्य करने के निर्देश
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: इंडिगो की हालिया उड़ान रद्दीकरण और परिचालन अव्यवस्था को लेकर केंद्र सरकार सतर्क हो गई है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कहा है कि वह एयरलाइन की परिचालन बहाली और यात्रियों को दी जा रही सहायता पर करीबी नजर रख रहा है, जब तक कि स्थिति पूरी तरह स्थिर नहीं हो जाती।
हाल ही में इंडिगो नेटवर्क में बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द हुईं और कई में देरी हुई, जिस पर मंत्रालय ने गंभीर संज्ञान लिया है। नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने सचिव नागरिक उड्डयन, DGCA, मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों और AAI प्रतिनिधियों की मौजूदगी में इंडिगो के शीर्ष प्रबंधन के साथ उच्च-स्तरीय समीक्षा बैठक की।
क्रू प्लानिंग और नए FDTL नियम बताए गए कारण
बैठक में इंडिगो ने रद्द उड़ानों का डेटा प्रस्तुत किया और बताया कि क्रू प्लानिंग में चुनौतियों, नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों के क्रियान्वयन तथा मौसमी मौसम संबंधी बाधाओं की वजह से यह स्थिति उत्पन्न हुई। मंत्रालय ने कहा कि कोर्ट निर्देशों के अनुसार संशोधित FDTL नियम चरणबद्ध तरीके से लागू किए गए ताकि पायलटों की थकान प्रबंधन में सुधार हो और उड़ान सुरक्षा बढ़े।
मंत्री ने जताई नाराज़गी, एयरलाइन को दिए सख्त आदेश
नायडू ने एयरलाइन द्वारा स्थिति को संभालने के तरीके पर असंतोष व्यक्त किया और कहा कि नए नियमों के अनुरूप संक्रमण को सहज बनाने के लिए पर्याप्त तैयारी का समय उपलब्ध था। उन्होंने इंडिगो को तुरंत संचालन सामान्य करने तथा किराए में किसी भी प्रकार की वृद्धि न करने के निर्देश दिए। साथ ही यात्रियों को संभावित रद्दीकरण की अग्रिम सूचना देने और आवश्यकता पड़ने पर होटल जैसी सुविधाएँ उपलब्ध कराने को भी अनिवार्य किया।
यात्रियों को सहायता के निर्देश
मंत्री ने AAI के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अलग बैठक कर सभी एयरपोर्ट डायरेक्टरों को ज़मीन पर स्थिति की सतत निगरानी करने तथा फंसे यात्रियों को पूर्ण सहायता दिए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने मंत्रालय अधिकारियों को हवाई अड्डों, ATC और सभी एयरलाइनों के बीच समुचित समन्वय सुनिश्चित करने को कहा, ताकि जल्द से जल्द स्थिति सामान्य हो सके।
इंडिगो CEO ने मानी कमी
इस बीच, इंडिगो के CEO पीटर एल्बर्स ने स्वीकार किया कि एयरलाइन गंभीर परिचालन संकट का सामना कर रही है। कर्मचारियों को भेजे संदेश में उन्होंने कहा कि समय पर सेवाएँ बहाल करना और पंक्चुअलिटी सुधारना तत्काल प्राथमिकता है, हालांकि यह आसान लक्ष्य नहीं है। एल्बर्स ने माना कि बीते दिनों यात्रियों को संतोषजनक यात्रा अनुभव नहीं मिल सका।
गौरतलब है कि गुरुवार को ही इंडिगो ने 300 से अधिक उड़ानें रद्द कीं, जबकि कई उड़ानें दिनभर देरी से चलती रहीं। इससे हजारों यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा।
