प्रधानमंत्री के कार्यक्रमों के दौरान लाखों लोगों ने “मोदी लहर” का अनुभव किया: हिमंत बिस्वा सरमा

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दो दिवसीय असम दौरे के दौरान राज्य में अभूतपूर्व जनउत्साह देखने को मिला। इस दौरान असम के विकास सफर में दो बड़े मील के पत्थर जुड़े—लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (LGBI) के नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन और नामरूप में अमोनिया-यूरिया उर्वरक संयंत्र की आधारशिला का शिलान्यास।
इस दौरे को ऐतिहासिक बताते हुए मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रमों के दौरान राज्यभर में लाखों लोगों ने “मोदी लहर” का अनुभव किया। उन्होंने कहा कि ये परियोजनाएं असम के विकास को तेज गति देने की दिशा में केंद्र सरकार की मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कनेक्टिविटी को मजबूत करने और औद्योगिक क्षमता बढ़ाने पर केंद्र के निरंतर फोकस का यह स्पष्ट उदाहरण है, जिससे पूर्वोत्तर क्षेत्र को नई मजबूती मिल रही है।
नव उद्घाटित LGBI एयरपोर्ट टर्मिनल को भारत का पहला ‘नेचर-थीम्ड’ टर्मिनल बताया जा रहा है। इससे यात्रियों की क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी और क्षेत्रीय तथा राष्ट्रीय स्तर पर हवाई संपर्क बेहतर होगा। इस परियोजना को पर्यटन, व्यापार और निवेश के लिए बड़ा प्रोत्साहन माना जा रहा है, जिससे गुवाहाटी पूर्वी भारत और पूर्वोत्तर का प्रमुख एविएशन हब बनकर उभरेगा।
प्रधानमंत्री द्वारा नामरूप में रखी गई 10,600 करोड़ रुपये की अमोनिया-यूरिया परियोजना की आधारशिला असम और पड़ोसी राज्यों की उर्वरक जरूरतों को पूरा करने में अहम भूमिका निभाएगी। इससे आयात पर निर्भरता कम होगी, रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे और राज्य के औद्योगिक इकोसिस्टम को मजबूती मिलेगी।
मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान उमड़ी भारी भीड़ से यह साफ है कि लोगों का विकास की मौजूदा प्रक्रिया पर भरोसा बढ़ा है। उन्होंने कहा कि बेहतर बुनियादी ढांचे, औद्योगिक विस्तार और केंद्र के निरंतर सहयोग से असम की विकास गाथा अब एक नए चरण में प्रवेश कर रही है।
मुख्यमंत्री के अनुसार, शांति, स्थिरता और आर्थिक अवसरों के साथ असम तेजी से प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहा है और राज्य के लोगों के लिए एक नए भविष्य का निर्माण हो रहा है।
