विराट कोहली की कप्तानी का दौर निराशाजनक रहा: IPL जीतने वाले कोच का चौंकाने वाला बयान

Virat Kohli's captaincy tenure was disappointing: IPL-winning coach makes a surprising statement
(File photo/Twitter)

चिरौरी न्यूज

नई दिल्ली: पूर्व भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह ने कहा है कि व्हाइट-बॉल कप्तान के रूप में विराट कोहली के कार्यकाल में, भारतीय टीम को और भी ज़्यादा ट्रॉफियां जीतनी चाहिए थीं। वहीं, पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर टॉम मूडी ने कोहली के व्हाइट-बॉल कप्तानी के समय को “निराशाजनक” करार दिया।

हरभजन और मूडी ने यह बातें जियो हॉटस्टार के प्रोग्राम ‘राइज ऑफ चैंपियंस’ में साझा की। यह शो अगले साल भारत और श्रीलंका की सह-मेजबानी में होने वाले ICC T20 वर्ल्ड कप की तैयारियों के बीच प्रसारित हुआ। भारत अपने अभियान की शुरुआत 7 फरवरी को USA के खिलाफ करेगा और ग्रुप A में पाकिस्तान, नामीबिया, नीदरलैंड और USA के साथ खेलता दिखाई देगा।

भारतीय टीम पर उम्मीदों के बारे में, 2021 T20 WC विजेता और पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान आरोन फिंच ने कहा, “जब आपके पास इतनी अनुभव और प्रतिभा वाली टीम हो, तो लोग टीम शीट देखकर यह मान लेते हैं कि  जीतना तय है। यह शानदार टीम है, लेकिन इसके साथ एक विशेष दबाव भी आता है।”

हरभजन ने इस बात पर भी निराशा जताई कि टेस्ट कप्तान के रूप में विराट की अपार सफलता के बावजूद, व्हाइट-बॉल में उनका प्रदर्शन अपेक्षाओं के अनुरूप नहीं रहा। उनके व्हाइट-बॉल कार्यकाल में भारत कोई बड़ी ट्रॉफी नहीं जीत सका। उल्लेखनीय हारों में शामिल हैं:

ICC चैंपियंस ट्रॉफी 2017 का फाइनल, जिसमें पाकिस्तान से 180 रनों से हार।

2019 ICC क्रिकेट वर्ल्ड कप सेमीफाइनल, जिसमें न्यूजीलैंड के खिलाफ 240 रनों के मामूली लक्ष्य का पीछा करते हुए 18 रनों से हार।

ICC T20 वर्ल्ड कप 2021 में पाकिस्तान और न्यूजीलैंड से हार के बाद ग्रुप स्टेज से बाहर होना।

हरभजन ने कहा, “विराट के पास जो टीम थी, उससे वे तीन या चार ट्रॉफियां जीत सकते थे। नहीं जीते तो इसके कुछ कारण जरूर होंगे, लेकिन मैं अब भी मानता हूँ कि उनके पास एक बेहतरीन टीम थी।”

संजय मांजरेकर ने भी कोहली-शास्त्री के दौर में टीम चयन को लेकर चिंता जताई और कहा, “रवि और विराट के नेतृत्व में टीम चयन हमेशा मेरी सबसे बड़ी चिंता रही है।”

हालांकि, साउथ अफ्रीका के बैटिंग आइकन और विराट के करीबी दोस्त एबी डिविलियर्स ने एक अलग राय दी। उन्होंने कहा:

“मुझे गुस्सा आता है जब खिलाड़ियों को सिर्फ़ वर्ल्ड कप जीतने के आधार पर जज किया जाता है। यह कहना कि ‘वह आदमी बेकार है क्योंकि उसने वर्ल्ड कप नहीं जीता’, यह सही नहीं है।”

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