मणिपुर में नए सवेरे की शुरुआत: पीएम मोदी ने की शांति की अपील, 3,000 करोड़ के विशेष पैकेज का एलान
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राज्य के सभी समुदायों से हिंसा छोड़कर शांति को अपनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि शांति ही बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने का एकमात्र रास्ता है। यह दौरा मणिपुर में 2023 में हुई जातीय हिंसा के बाद प्रधानमंत्री का पहला दौरा था, जिसमें 200 से अधिक लोगों की जान गई थी और हजारों लोग बेघर हो गए थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मणिपुर आशा और आकांक्षाओं की भूमि है, लेकिन हिंसा ने इस सुंदर क्षेत्र पर अपनी छाया डाल दी। उन्होंने राहत शिविरों में विस्थापित लोगों से मुलाकात की और कहा कि उनसे मिलने के बाद अब वे विश्वास के साथ कह सकते हैं कि मणिपुर में एक नई सुबह का आगमन हो रहा है।
अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री ने लगभग 7,000 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया और राज्य में कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए केंद्र सरकार के प्रयासों को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि 2014 से मणिपुर में सड़कों और रेलवे के लिए बजट में लगातार वृद्धि की गई है। हाल के वर्षों में राष्ट्रीय राजमार्गों पर 3,700 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं, जबकि नए हाईवे पर 8,700 करोड़ रुपये का कार्य जारी है।
मोदी ने कहा कि 22,000 करोड़ रुपये की लागत वाली जिरीबाम-इंफाल रेलवे लाइन जल्द ही राजधानी इंफाल को राष्ट्रीय रेल नेटवर्क से जोड़ेगी। साथ ही 400 करोड़ रुपये की लागत से तैयार नया इंफाल हवाई अड्डा राज्य की हवाई संपर्क को नई ऊंचाई दे रहा है।
प्रधानमंत्री ने मणिपुर के लिए 3,000 करोड़ रुपये के विशेष पैकेज की घोषणा की, जिसमें 500 करोड़ रुपये हिंसा से विस्थापित लोगों की मदद के लिए रखे गए हैं। उन्होंने बताया कि 7,000 नए घरों का निर्माण किया जा रहा है और विस्थापित परिवारों के पुनर्वास के लिए उपयुक्त स्थानों को प्राथमिकता दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार मणिपुर में जीवन को सामान्य बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है और राज्य सरकार को शांति बहाल करने और सामान्य स्थिति स्थापित करने में पूरा सहयोग देगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने आदिवासी विकास को प्राथमिकता बताते हुए कहा कि क्षेत्र में पहली बार ‘धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान’ की शुरुआत की गई है। इसके अलावा उन्होंने महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में किए जा रहे कार्यों का भी उल्लेख किया और बताया कि राज्य में कामकाजी महिलाओं के लिए छात्रावासों का निर्माण किया जा रहा है।
मोदी ने कहा कि हमारी सरकार मणिपुर की बेटियों को सशक्त बनाने और राज्य को शांति, समृद्धि और प्रगति का प्रतीक बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि शांति विकास के लिए जरूरी है और हाल के महीनों में पहाड़ों और घाटियों के विभिन्न समूहों से सफल बातचीत हुई है। उन्होंने सभी संगठनों से शांति के मार्ग पर आगे बढ़ने की अपील की और भरोसा दिलाया कि वे मणिपुर के लोगों के साथ खड़े हैं।
प्रधानमंत्री ने व्यापक कल्याण योजनाओं की चर्चा करते हुए बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत राज्य में अब तक लगभग 60,000 घर बनाए जा चुके हैं और आठ साल पहले जहां केवल 25,000–30,000 घरों तक नल का पानी पहुंचता था, आज वह संख्या बढ़कर 3.5 लाख से अधिक हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि एक समय था जब दिल्ली में लिए गए फैसलों को मणिपुर तक पहुंचने में दशकों लगते थे, लेकिन आज चुराचांदपुर और मणिपुर पूरे देश के साथ कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारत जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है।