अदाणी सीमेंट और फिनलैंड की कंपनी कूलब्रुक मिलकर लगाएंगे दुनिया का पहला ‘रोटोडायनमिक हीटर’

Adani Cement and Finnish company Coolbrook will jointly install the world's first 'rotodynamic heater'चिरौरी न्यूज

नई दिल्ली: अदाणी सीमेंट और फिनलैंड की कंपनी कूलब्रुक ने बुधवार को घोषणा की कि वे आंध्र प्रदेश के बोयारेड्डीपल्ली इंटीग्रेटेड सीमेंट प्लांट में दुनिया का पहला व्यावसायिक पैमाने पर ‘रोटोडायनमिक हीटर (RotoDynamic Heater – RDH)’ तैनात करेंगे। यह तकनीक सीमेंट उद्योग में डीकार्बनाइजेशन (कार्बन उत्सर्जन में कमी) की दिशा में एक बड़ा नवाचार मानी जा रही है।

यह कदम कूलब्रुक की RDH तकनीक के औद्योगिक स्तर पर पहली तैनाती है, जिससे अदाणी सीमेंट को अपने 2050 तक नेट-ज़ीरो उत्सर्जन के लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिलेगी (जिसे SBTi द्वारा प्रमाणित किया गया है)। साथ ही, कूलब्रुक का लक्ष्य है कि उसकी तकनीक से विश्वभर के भारी उद्योगों में प्रतिवर्ष 2.4 बिलियन टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में कमी लाई जा सके।

इस तैनाती से प्रतिवर्ष 60,000 टन कार्बन उत्सर्जन में कमी की उम्मीद है, जिसे भविष्य में दस गुना तक बढ़ाया जा सकता है। यह सीमेंट निर्माण के डीकार्बनाइजेशन की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।

अदाणी समूह के सीमेंट व्यवसाय के सीईओ विनोद बहेती ने कहा, “हमारे संचालन में कूलब्रुक की ‘रोटोडायनमिक हीटर’ तकनीक की दुनिया की पहली व्यावसायिक तैनाती हमारे डीकार्बनाइजेशन सफर में एक ऐतिहासिक क्षण है। यह हमारे नेट-ज़ीरो लक्ष्यों की प्राप्ति की दिशा में एक बड़ी छलांग है।”

महत्वपूर्ण बात यह है कि यह RDH सिस्टम पूरी तरह अदाणी सीमेंट के नवीकरणीय ऊर्जा पोर्टफोलियो से संचालित होगा, जिससे उत्पन्न औद्योगिक ऊष्मा पूरी तरह शून्य उत्सर्जन (zero-emission) होगी।

बहेती ने आगे कहा, “ऐसे अत्याधुनिक विद्युत-आधारित समाधानों को हमारे उत्पादन में शामिल कर हम जीवाश्म ईंधनों से दूर जा रहे हैं, स्वच्छ ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा दे रहे हैं और कम-कार्बन सीमेंट निर्माण के नए मानक स्थापित कर रहे हैं।”

यह तकनीक सीमेंट उत्पादन की सबसे ऊर्जा-गहन प्रक्रिया ‘कैल्सिनेशन फेज़’ को डीकार्बनाइज करेगी। यह स्वच्छ ऊष्मा प्रदान करके वैकल्पिक ईंधनों के उपयोग को बढ़ाने में मदद करेगी, जिससे जीवाश्म ईंधनों पर निर्भरता कम होगी।

कूलब्रुक के सीईओ जूनस रौरामो ने कहा, “अदाणी सीमेंट के साथ दुनिया की पहली औद्योगिक-स्तरीय परियोजना शुरू करना औद्योगिक विद्युतीकरण के लिए एक परिवर्तनकारी कदम है। हमारा मिशन है कि रोटोडायनमिक तकनीक को कठिन-से-डीकार्बनाइज उद्योगों के लिए एक नया मानक बनाया जाए।”

इस परियोजना के माध्यम से भारत को स्वच्छ विनिर्माण (clean manufacturing) के वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करने में मदद मिलेगी। अदाणी सीमेंट और कूलब्रुक आने वाले दो वर्षों में कम से कम पांच और परियोजनाएं शुरू करने की योजना बना रहे हैं।

दुनिया के 9वें सबसे बड़े सीमेंट उत्पादक के रूप में अदाणी सीमेंट की 107 MTPA स्थापित क्षमता है और यह भारत के आवास व बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में उपयोग होने वाले सीमेंट का लगभग 30 प्रतिशत आपूर्ति करता है।

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