प्रसार भारती और खादी इंडिया एक साथ मिलकर खादी के कपड़ों को लोकप्रिय बनाएंगे
दिलीप गुहा
नई दिल्ली: खादी के कपड़ों को बढ़ावा देने के लिए प्रसार भारती और खादी इंडिया के बीच एक समझौता किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘लोकल फॉर वोकल’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के मंत्र को अपनाते हुए, प्रसार भारती, एनबीसीसी (इंडिया) लिमिटेड और डिजिटल इंडिया कॉर्पोरेशन ने डीडी न्यूज और डीडी इंडिया इंटरनेशनल एंकरों की स्टाइलिंग के लिए खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी), भारत सरकार के साथ सहयोग किया है। इसके तहत प्रसार भारती के एंकर खादी के कपड़ों को बढ़ावा देंगे।
इस कार्यक्रम में केवीआईसी के अध्यक्ष मनोज कुमार, प्रसार भारती के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गौरव द्विवेदी, दूरदर्शन समाचार (डीडी न्यूज) के महानिदेशक प्रिया कुमार, एफडीसीआई के अध्यक्ष सुनील सेठी और अन्य प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मनोज कुमार ने कहा कि डीडी न्यूज और खादी इंडिया की इस पहल से उन लोगों को भी संदेश जाएगा जो खादी नहीं पहनना चाहते। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले वर्षों में दुनिया के हर मंच पर भारत की राष्ट्रीय धरोहर खादी को बढ़ावा दिया है।
उन्होंने इस अवसर पर दोहराया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में खादी अब एक पहचान आत्मनिर्भर भारत बन गया है। ऐसे परिदृश्य में, प्रसार भारती के साथ यह समझौता खादी को युवाओं के बीच लोकप्रिय बनाने में एक मील का पत्थर साबित होगा। इसका उद्देश्य केवीआईसी का आधुनिकीकरण करना और न केवल भारत में बल्कि भारत के बाहर भी युवाओं के बीच अपने उत्पादों को लोकप्रिय बनाना है|
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गौरव द्विवेदी ने कहा कि यह पहल हमारे इतिहास और विरासत को संजोने के साथ-साथ प्रधानमंत्री के विकास के दृष्टिकोण को भी आगे बढ़ाएगी। खादी का ऐतिहासिक महत्व भारत में आत्मनिर्भरता और स्वतंत्रता के प्रतीक में निहित है। विशेष रूप से ग्रामीण अर्थव्यवस्थाओं में आर्थिक आत्मनिर्भरता और सशक्तिकरण के लिए एक उपकरण के रूप में खादी की महात्मा गांधी की वकालत ने इसे भारत के राष्ट्रीय ढांचे के रूप में अपनाने का मार्ग प्रशस्त किया। इससे खादी को भारतीय सामाजिक ताने-बाने में व्यापक स्वीकृति मिली।