नेपाल में हिंसक प्रदर्शन के बीच प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने इस्तीफ़ा दिया, देश छोड़ने की अटकलें तेज़
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने ‘जनरेशन ज़ेड प्रदर्शनकारियों’ के नेतृत्व में दो दिनों तक चले हिंसक भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के बाद मंगलवार को इस्तीफ़ा दे दिया। इस्तीफ़े के साथ ही अब ऐसी अटकलें भी तेज़ हो गई हैं कि ओली देश छोड़कर विदेश रवाना हो सकते हैं। हालांकि आधिकारिक तौर पर अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का दौर ज़ोरों पर है।
इस आंदोलन में 19 लोग मारे गए और 100 से ज़्यादा घायल हुए। तस्वीरों में ओली एक सैन्य हेलीकॉप्टर में अपने कार्यालय से निकलते हुए दिखाई दे रहे थे।
इसके तुरंत बाद नेपाल सरकार के मुख्य सचिव ने शांति की अपील की। उन्होंने कहा, “… चूँकि माननीय प्रधानमंत्री का इस्तीफ़ा स्वीकार कर लिया गया है, हम सभी नागरिकों से इस गंभीर स्थिति में जान-माल के और नुकसान को रोकने के लिए संयम बरतने का आग्रह करते हैं…”
इससे पहले आज, 73 वर्षीय ओली ने सभी नेपाली राजनीतिक दलों की एक बैठक की अध्यक्षता की और कहा कि ‘हिंसा राष्ट्र के हित में नहीं है’। उन्होंने कहा कि हमें इस समस्या का समाधान खोजने के लिए शांतिपूर्ण बातचीत सुनिश्चित करनी होगी।
ओली का इस्तीफ़ा जनरेशन ज़ेड प्रदर्शनकारियों की एक प्रमुख माँग थी। हालाँकि, नेपाल में, प्रधानमंत्री के पद छोड़ने का मतलब यह नहीं है कि सरकार गिर गई है। ओली कार्यपालिका के मुखिया थे, लेकिन सरकार के मुखिया राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल हैं।