अमिताभ बच्चन ने ‘परिवार और प्रशंसकों’ के साथ बिताया अपना संडे, कहा – ‘दिन की सबसे बड़ी खुशी’

Amitabh Bachchan spent his Sunday with 'family and fans', said - 'The biggest happiness of the day'चिरौरी न्यूज

नई दिल्ली: बॉलीवुड के शहंशाह और मेगास्टार अमिताभ बच्चन ने बीते रविवार को अपने प्रशंसकों के प्यार और परिवार की गर्मजोशी के साथ बिताया, जिसे उन्होंने “दिन की सबसे बड़ी खुशी” बताया।

अमिताभ ने अपने ब्लॉग पर एक भावुक पोस्ट लिखते हुए इस खास दिन को शब्दों में समेटा। उन्होंने लिखा, “हर रविवार की तरह यह रविवार भी शानदार रहा… शुभचिंतक हमेशा की तरह समय से पहले आकर दरवाज़े पर खड़े रहे… ‘ईएफ’ (एबाइडिंग फैथफुल) अपनी तय जगहों पर, और बाकी सभी बेहद शालीनता और स्नेह के साथ… मेरे जैसे के लिए यह एक सौभाग्य की बात है कि ऐसा देखने को मिलता है।”

इसके आगे बिग बी ने अपने परिवार के साथ बिताए लम्हों को “दिन की खुशी” करार दिया। उन्होंने लिखा, “परिवार के साथ रविवार बिताना दिन की सबसे बड़ी खुशी है… और जब वर्षों बाद पुराने परिचितों से मुलाकात होती है, तो अतीत की यादें ताज़ा हो जाती हैं… बीती रात कुछ ऐसा ही रहा… धन्य हैं वे जो परिवार के साथ बिताए समय और उनके प्रेम व स्नेह को महत्व देते हैं।”

अमिताभ बच्चन ने 30 अगस्त को भी ब्लॉग पर समय (Time) को लेकर गहरी बातें साझा कीं। उन्होंने समय को शुद्ध करने वाला, दिव्य और सबसे शक्तिशाली तत्व बताया जो हर इंसानी अनुभव को आकार देता है।

उन्होंने लिखा, “समय शुद्ध करता है… यह समय का निर्माण करने वाला तत्व है… यह निरंतर है… कभी-कभी सीमित करता है, लेकिन इसका कोई मकसद जरूर होता है… इसे समझना कठिन हो सकता है, लेकिन क्या हम सब इसका आदर नहीं करते, इसे अपनाते नहीं? यही तो इंसान को बनाता है।”

बिग बी ने आगे कहा कि समय अपने आप में एक रहस्य है — “आप चाहें या न चाहें, समय देता है… आप चाहें तो वह न मिले, फिर भी मिल जाता है… समय का अनुभव पल-पल में नहीं, बल्कि अनंत चेतना में है… यही सच्चा जीवन है।”

उन्होंने अंत में लिखा, “समय तय करता है, दिशा देता है, पुष्टि करता है, कल्पना करता है और गिनता है… और फिर देता है… उसका देना अनंत है… कभी-कभी उसमें दिव्यता होती है… यह ताकत देता है और अपनी पहचान दिखाता है… आज मेरे पास समय है… इसने मुझे वो सब दिया या नहीं, यह मायने नहीं रखता… समय देता है… उसका दिया मेरा है… उसे रखो, इस्तेमाल करो या फेंक दो… वह तुम्हारा समय है।”

अमिताभ बच्चन न केवल अभिनय में बेजोड़ हैं, बल्कि उनके विचार और लेखनी भी उनके व्यक्तित्व की गहराई को दर्शाते हैं।

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