आंध्र प्रदेश: नाबालिग लड़कों द्वारा बलात्कार के बाद 13 साल की दलित लड़की ने की आत्महत्या, शव नहर में मिला

चिरौरी
हैदराबाद: दो नाबालिग लड़कों द्वारा बलात्कार किए जाने के बाद एक 13 वर्षीय दलित लड़की ने सामाजिक अपमान के डर से आत्महत्या कर ली। चार दिन पहले लापता हुई नाबालिग लड़की का शव रविवार को आंध्र प्रदेश के पमारू मंडल में एक नहर में मिला।
पुलिस ने कहा कि दो किशोरों द्वारा बलात्कार किए जाने के बाद लड़की ने अपमान के कारण अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
लड़की पमारू मंडल के निम्माकुरु हाई स्कूल में कक्षा 9 की छात्रा थी। वह गुरुवार (20 जुलाई) सुबह अपने गृहनगर कृष्णा जिले के निभानुपुडी गांव से स्कूल के लिए निकली, लेकिन वापस नहीं लौटी।
लड़की के चिंतित माता-पिता ने उसी दिन पास के एक पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। गुड़ीवाड़ा डीएसपी श्रीकांत ने कहा, “पीड़िता की मां वाणी ने शिकायत दर्ज कराई है कि 13 वर्षीय लड़की लापता है।”
पुलिस ने आठ टीमें गठित कर मामले की जांच शुरू कर दी है। जांच के दौरान पुलिस को एक किशोर लड़के पर शक हुआ और उसे हिरासत में ले लिया। गुड़ीवाड़ा डीएसपी ने कहा, “लोकेश नाम के एक संदिग्ध को हिरासत में लिया गया और उससे पूछताछ की गई।”
पुलिस ने बताया कि लोकेश ने लड़की को प्यार का झांसा दिया। डीएसपी श्रीकांत ने कहा, “पूछताछ के दौरान लोकेश ने खुलासा किया कि वह अपने रिश्तेदार नरेंद्र के साथ, लड़की को पास के शहर उय्यूर के एक लॉज में ले गया और उसके साथ बलात्कार किया। अपमान सहन करने में असमर्थ होने पर लड़की ने खुद को मार डाला। नाबालिग लड़की का शव चार दिन बाद मोव्वा मंडल के मंत्रीपालेम में मिला।”
पुलिस ने लोकेश और नरेंद्र के खिलाफ आईपीसी की धारा 376 (बी), 376 (वीए), 342, 13 पॉक्सो, एससी और एसटी एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया।
आगे की जांच चल रही है।