असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान की हिन्दू-मुस्लिम विभाजन की साजिश खोली, कहा- भारत में 24 करोड़ मुसलमान गर्व से जी रहे हैं

Asaduddin Owaisi exposed Pakistan's conspiracy to divide Hindus and Muslims, said- 24 crore Muslims are living proudly in India
(File Photo/Twitter)

चिरौरी न्यूज

नई दिल्ली: AIMIM प्रमुख और हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान की उस प्रचार नीति को उजागर किया है, जो भारत और पाकिस्तान के बीच विवाद को हिंदू-मुस्लिम के द्वैत में पेश करती है। उन्होंने कहा कि भारत में 24 करोड़ से अधिक गर्वीले मुसलमान रहते हैं और यहां के इस्लामी विद्वान विश्व के किसी भी विद्वान से कम नहीं हैं।

ओवैसी ने कहा, “यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि पाकिस्तान अरब और मुस्लिम दुनिया को यह गलत संदेश देता है कि हम मुस्लिम देश हैं और भारत नहीं। हमारे इस्लामी विद्वान अरबी भाषा में बेहतरीन हैं। यह पाकिस्तान की झूठी प्रोपगेंडा है कि भारत उन्हें इसलिए नुकसान पहुंचा रहा है क्योंकि वे मुस्लिम हैं। अगर पाकिस्तान आतंकवादी समूहों का समर्थन बंद कर दे, तो दक्षिण एशिया में स्थिरता आएगी।”

ओवैसी यह बात सऊदी अरब में भारत के प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत के दौरान कही, जो पहलगाम आतंकवादी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत सरकार की वैश्विक पहुंच अभियान का हिस्सा है।

पाकिस्तान की सैन्य शक्ति की दावों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा, “9 मई को क्या हुआ? उनके नौ एयरबेस निशाना बनाए गए। अगर भारत चाहता तो उन एयरबेस को पूरी तरह तबाह कर सकता था। लेकिन हमने उन्हें चेतावनी दी कि ‘हम आपको आईना दिखा रहे हैं, रास्ता मत पकडो’… नौ आतंकवादी संगठन के मुख्यालय निशाना बनाए गए। और जो नमाज पढ़ाने वाला था, वह यूएस की सूची में आतंकवादी है।”

उन्होंने पाकिस्तान को वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (FATF) की ग्रे सूची में वापस लाने की जरूरत पर जोर देते हुए कहा, “पाकिस्तान को FATF की ग्रे सूची में वापस लाया जाना चाहिए ताकि आतंकवाद की फंडिंग पर नियंत्रण पाया जा सके। जब असिम मुनिर को पाकिस्तान में फील्ड मार्शल बनाया गया, तो उसके साथ अमेरिकी सूचीबद्ध आतंकवादी मोहम्मद एहसान भी मौजूद था। ये साफ सबूत हैं कि पाकिस्तान इन आतंकवादी समूहों को बढ़ावा दे रहा है, उन्हें ट्रेनिंग दे रहा है और भारत को अस्थिर करने की साजिश कर रहा है।”

ओवैसी ने यह भी बताया कि 2008 के मुंबई आतंकी हमलों के बाद मनमोहन सिंह सरकार ने पाकिस्तान को सबूत सौंपे थे, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा, “जब पाकिस्तान FATF की ग्रे सूची में आया, तभी उस मामले में कुछ कार्रवाई हुई। पाकिस्तान पहले कह रहा था कि सजिद मीर मर चुका है, फिर FATF की बैठक में उसने कहा कि वह जिंदा है।”

ओवैसी ने कहा कि भारतीय कानूनी तंत्र ने पूरी प्रक्रिया का पालन किया, अजमल कसाब को मौत की सजा दी और आतंकवादियों के पाकिस्तानी कमांडर से बातचीत रिकॉर्ड की गई, जिसमें उन्हें ज्यादा से ज्यादा भारतीयों को मारने के लिए कहा गया था।

इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व भाजपा सांसद बैजयंत पांडा कर रहे हैं, जिसमें भाजपा के निशिकांत दुबे, फांगनॉन कोन्यक, रेखा शर्मा, नामित सांसद सतनाम सिंह संधू और पूर्व कूटनीतिज्ञ हर्ष श्रींगला शामिल हैं। यह टीम सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन और अल्जीरिया का दौरा कर रही है।

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