एशिया कप 2025: तिलक वर्मा और कुलदीप यादव का धमाकेदार प्रदर्शन, पाकिस्तान को 6 विकेट से हराकर भारत बना चैंपियन
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: भारत ने एशिया कप 2025 का खिताब जीत लिया है। फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया ने पाकिस्तान को 6 विकेट से हराकर शानदार जीत दर्ज की। इस मुकाबले में तिलक वर्मा ने अर्धशतक जमाकर बल्लेबाज़ी में मोर्चा संभाला, वहीं कुलदीप यादव ने अपनी फिरकी से पाकिस्तान की बल्लेबाज़ी की कमर तोड़ दी।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने उतरी पाकिस्तान की टीम को उनके ओपनरों ने दमदार शुरुआत दिलाई। साहिबजादा फरहान ने 38 गेंदों पर 57 रनों की पारी खेली और फखर ज़मान ने 35 गेंदों पर 46 रन बनाए। दोनों ने मिलकर पहले विकेट के लिए तेज़ साझेदारी की और ऐसा लग रहा था कि पाकिस्तान एक बड़ा स्कोर खड़ा करेगा। लेकिन जैसे ही भारतीय स्पिन गेंदबाज़ों ने आक्रमण किया, पाकिस्तान की पारी बिखरती चली गई।
कुलदीप यादव ने शानदार गेंदबाज़ी करते हुए 4 विकेट झटके। उनके साथ-साथ वरुण चक्रवर्ती और अक्षर पटेल ने 2-2 विकेट लिए। जसप्रीत बुमराह ने भी 2 विकेट चटकाए। पाकिस्तान की पूरी टीम 19.1 ओवर में सिर्फ 146 रन पर सिमट गई। एक समय जो टीम 100 के पार आराम से जाती दिख रही थी, वह पूरी तरह से भारतीय स्पिनर्स की जाल में फंस गई।
147 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया की शुरुआत लड़खड़ाई। ओपनर अभिषेक शर्मा केवल 5 रन बनाकर आउट हो गए। कप्तान सूर्यकुमार यादव सिर्फ 1 रन ही बना सके और शुभमन गिल भी 12 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। उस समय भारत मुश्किल में नजर आ रहा था, लेकिन चौथे नंबर पर बल्लेबाज़ी करने आए तिलक वर्मा ने मोर्चा संभाला। उन्होंने संयम और आत्मविश्वास के साथ बल्लेबाज़ी करते हुए एक शानदार अर्धशतक जमाया।
तिलक वर्मा को संजू सैमसन का साथ मिला, जिन्होंने 24 रन की उपयोगी पारी खेली। दोनों ने मिलकर पारी को संभाला और भारत को जीत की ओर अग्रसर किया। अंत में भारत ने यह लक्ष्य 6 विकेट शेष रहते हुए हासिल कर लिया।
इस मुकाबले में भारत की जीत का सबसे बड़ा श्रेय उसके गेंदबाज़ों को जाता है, खासकर स्पिनर्स को। कुलदीप यादव ने जहां पाकिस्तान के मध्यक्रम को ध्वस्त किया, वहीं वरुण चक्रवर्ती और अक्षर पटेल ने भी विपक्षी बल्लेबाज़ों को खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया।
भारत की इस जीत ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि एशिया में क्रिकेट का असली बादशाह वही है। तिलक वर्मा की जिम्मेदारी भरी बल्लेबाज़ी और कुलदीप यादव की घातक गेंदबाज़ी ने इस फाइनल को भारतीय फैंस के लिए यादगार बना दिया।