बीसीसीआई का सख्त कदम: टीम के लिए फैमिली टाइम और अतिरिक्त लगेज पर पाबंदी

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम की ऑस्ट्रेलिया दौरे पर हुई निराशाजनक हार के बाद, भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने कड़ी कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। चिरौरी न्यूज़ को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, बीसीसीआई अब भारतीय खिलाड़ियों के लिए परिवार के साथ समय बिताने की अवधि को सीमित करने की योजना बना रहा है। इसके तहत, बीसीसीआई खिलाड़ियों की पत्नियों और गर्लफ्रेंड्स को एक महीने से अधिक समय तक उनके साथ रहने की अनुमति नहीं देगा, खासकर उन दौरों पर जो डेढ़ महीने से लंबे होते हैं।
सूत्रों का कहना है कि बीसीसीआई ने यह कदम ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद उठाया है, जब भारतीय टीम को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में 1-3 से हार का सामना करना पड़ा था। टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम को करारी शिकस्त मिली, साथ ही मीडिया रिपोर्ट्स ने भी बताया कि ड्रेसिंग रूम में माहौल भी ठीक नहीं था। दौरे के दौरान कई विवाद उठे, जिनमें रविचंद्रन अश्विन का संन्यास, एक खिलाड़ी का खुद को अंतरिम कप्तान घोषित करना और फिर रोहित शर्मा का अंतिम मैच में खुद को टीम से बाहर करना शामिल था।
बीसीसीआई ने अब सख्त कदम उठाने का फैसला किया है और टीम के नए दिशा-निर्देशों के तहत खिलाड़ियों को टीम बस से यात्रा करना अनिवार्य होगा और अतिरिक्त लगेज के लिए खुद खर्च करना होगा। इसके अलावा, कोच गौतम गंभीर और उनके मैनेजर पर भी पाबंदियां लगाई गई हैं। गंभीर का मैनेजर अब टीम होटल में नहीं रह सकेगा और उसे स्टेडियम के वीआईपी बॉक्स में भी बैठने की अनुमति नहीं होगी। उसे गंभीर के साथ टीम बस या उसके पीछे की बस में भी यात्रा करने की अनुमति नहीं होगी।
बीसीसीआई ने यह भी निर्णय लिया है कि अगर खिलाड़ियों का सामान 150 किलोग्राम से अधिक होता है तो वह अतिरिक्त शुल्क खुद उठाएंगे।
बीसीसीआई ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद रोहित शर्मा और गौतम गंभीर के साथ एक समीक्षा बैठक की थी। हालांकि, टीम संयोजन में तुरंत बदलाव नहीं किया गया है, क्योंकि आगामी चैंपियंस ट्रॉफी जैसे महत्वपूर्ण टूर्नामेंट को देखते हुए किसी भी तात्कालिक निर्णय का टीम और सपोर्ट स्टाफ पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।
बैठक में भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा, कोच गौतम गंभीर और चयन समिति के प्रमुख अजीत अगरकर ने बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात की थी। बैठक में विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे अनुभवी खिलाड़ियों के भविष्य और गौतम गंभीर के कोचिंग स्टाफ की अवधि पर चर्चा की गई।
सूत्रों का कहना है कि बीसीसीआई अब टीम के सपोर्ट स्टाफ की अवधि तीन साल तक सीमित करने पर विचार कर रहा है, क्योंकि कुछ सपोर्ट स्टाफ के सदस्य लंबे समय से टीम के साथ जुड़े हुए हैं और प्रदर्शन में स्थिरता की कमी देखी जा रही है।