बिहार सरकार के मंत्री और चार बार विधायक नितिन नबीन बने बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी ने संगठनात्मक स्तर पर बड़ा फैसला लेते हुए बिहार सरकार के मंत्री नितिन नबीन को पार्टी का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है। इस अहम जिम्मेदारी के मिलने के बाद झारखंड, विशेषकर धनबाद सहित राज्य भर में भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल देखा जा रहा है।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, यह नियुक्ति नितिन नबीन की मजबूत संगठनात्मक क्षमता, सक्रिय नेतृत्व शैली और राष्ट्रीय राजनीति में बढ़ते कद को देखते हुए की गई है। वर्तमान में वे बिहार सरकार में पथ निर्माण मंत्री के रूप में कार्यरत हैं और अब उन्हें संगठन के राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण भूमिका सौंपी गई है।
नितिन नबीन का राजनीतिक सफर प्रेरणादायक रहा है। वे भाजपा के वरिष्ठ नेता रहे स्वर्गीय नबीन किशोर प्रसाद सिन्हा के पुत्र हैं। पिता के निधन के बाद हुए उपचुनाव में जनता ने उन पर भरोसा जताया और यहीं से उनकी सक्रिय राजनीति की शुरुआत हुई। इसके बाद उन्होंने बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र से लगातार चार बार जीत हासिल कर अपनी मजबूत पकड़ स्थापित की। एक युवा, ऊर्जावान और कर्मठ नेता के रूप में उन्होंने सरकार में अपनी अलग पहचान बनाई है।
भाजपा ने राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में उनके नाम की घोषणा कर सभी को चौंका दिया है। पार्टी में यह जिम्मेदारी अब वे जेपी नड्डा की जगह संभालेंगे। बिहार की राजनीति में नितिन नबीन एक जाना-पहचाना नाम हैं और संगठन व सरकार—दोनों स्तरों पर उनकी भूमिका को अहम माना जाता है।
23 मई 1980 को पटना में जन्मे नितिन नबीन ने 2006 में पहली बार विधायक बनकर राजनीतिक जीवन की शुरुआत की। इसके बाद 2010, 2015, 2020 और 2025 के विधानसभा चुनावों में उन्होंने लगातार जीत दर्ज की। वर्ष 2025 के चुनाव में उन्होंने भारी मतों से राष्ट्रीय जनता दल की प्रत्याशी को पराजित किया।
विधानसभा चुनाव के बाद गठित नीतीश कुमार–सम्राट चौधरी सरकार में उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया। पथ निर्माण मंत्री के रूप में वे पहले भी सेवाएं दे चुके हैं। इसके अलावा वे नगर विकास एवं आवास तथा कानून एवं न्याय जैसे महत्वपूर्ण विभागों का भी प्रभार संभाल चुके हैं।
संगठनात्मक कार्यों में भी नितिन नबीन का अनुभव व्यापक रहा है। वे भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री और बिहार प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। साथ ही, पार्टी के लिए सिक्किम के प्रभारी और छत्तीसगढ़ के सह-प्रभारी के रूप में भी उन्होंने जिम्मेदारी निभाई है।
सड़क ढांचे के विकास, शहरी आवास योजनाओं और प्रशासनिक सुधारों को गति देने के लिए वे विशेष रूप से जाने जाते हैं। पत्रकारों की पेंशन वृद्धि, आशा और ममता कार्यकर्ताओं के प्रोत्साहन में बढ़ोतरी जैसे फैसलों से भी वे चर्चा में रहे हैं।
युवा राजनीति से लेकर राष्ट्रीय संगठन की शीर्ष जिम्मेदारी तक का उनका सफर भाजपा में उनकी मजबूत स्थिति को दर्शाता है।
